एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए गैंग का सरगना निकला नैनी का राजकुमार जायसवाल

PRAYAGRAJ: पेट्रोल पम्प संचालक व नकली पेट्रोल डीजल बेचने वाले गैंग के गठजोड़ का सनसनीखेज खुलासा बुधवार को हुआ। यह सभी मिलकर असली पेट्रोल व डीजल के नाम पर वाहन मालिकों की जेब पर डाका डाल रहे थे। गैंग के चार गुर्गो को गिरफ्तारी एसटीएफ द्वारा की गई। चारों प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर पटहटिया कला स्थित मां विध्यवासिनी ऑटो मोबाइल पेट्रोल पम्प से पकड़े गए। इस गैंग का मास्टर माइंड सरगना क्रशर प्लांट का मालिक राजकुमार जायसवाल बताया गया। इनके पास से एक टैंकर व 11500 लीटर साल्वेंट/अधोमानक पेट्रोल व अन्य सामान बरामद हुए हैं। सरगना राज कुमार को एसटीएफ द्वारा नैनी से मंगलवार रात उठाकर प्रयागराज ले जाया गया था। परिवार द्वारा उसके अपहरण की खबर फैलाई गई थी। जबकि एसटीएफ घर वालों को सब कुछ बताने के बाद उसे लेकर गई थी।

नैनी का है मास्टर माइंड सरगना

- गैंग का सरगना राजकुमार जायसवाल नैनी एरिया के छिवकी रोड संजय नगर का रहने वाला है। जबकि गुर्गा विपिन मिश्रा भोखपुर अठगवां थाना पट्टी का निवासी है।

- एसटीएफ ने बताया कि विपिन मां विध्यवासिनी आटो मोबाइल पेट्रोल पम्प का संचालक है।

इसी पेट्रोल पम्प का मैनेजर अंकित शर्मा निवासी गुड़रू रामपुर थाना मांधाता भी गैंग के लिए काम किया करता था।

मुंगारी थाना औद्योगिक प्रयागराज निवासी चाल बरमदीन उर्फ तेगा बरामद टैंकर से इस मिलावटी डीजल व पेट्रोल को फ्यूल स्टेशन तक पहुंचाने का काम करता था।

इस तरह यह चारों प्रति दिन सैकड़ों गाड़ी मालिकों को मिलावटी डीजल व पेट्रोल बेचकर मालामाल हो रहे थे।

गैंग के पास से बरामद हुई सामग्री

एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि इनके पास से एक ऑयल टैंकर व बैगनआर कार और 9000 लीटर हाईड्रोकार्बन मिक्सर, 2500 लीटर सालवेंट/ अधोमानक पेट्रोल, एक डीप रॉड पीतल की व प्लास्टिक का 10 फुट लंबा मोटा पाइप बरामद की गई है। इसी के साथ चार मोबाइल, एक टैबलेट, एक पैनकार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक आधार कार्ड, दो फर्जी बिल्टी रसीद, तीन फर्जी टैक्स इनवॉयस और एक लाख 95 हजार रुपये नकद भी एसटीएम को मिले हैं।

इस तरह काम करता था यह गैंग

- पूछताछ बाद एसटीएफ अफसरों ने कहा कि सरगना राजकुमार जायसवाल ने कई राज का खुलासा किया।

- बताया कि पहले वह पेट्रोल टैंकर चलाया करता था। यहीं से उसे मिलावट करने का इल्म हासिल हुआ।

- हुनरमंद हुआ तो खुद मिलावटी पेट्रोल व डीजल सप्लाई का प्लान बनाया।

- इसके पहले वर्ष 2000 में जायसवाल इंटरप्राइजेज नाम से एक फर्म बनाया।

- इसके बाद वह मिलावटी पेट्रोल व डीजल बेचने में जुट गया। पकड़े जाने पर जिला आपूर्ति अधिकारी प्रयागराज द्वारा नैनी में मुकदमा लिखा गया।

- इस मुकदमें में उसे जेल जाना पड़ा था। छूटने के बाद फिर अपने इस अवैध कारोबार में पूरी क्षमता से जुट गया।

- इस बीच उसका संपर्क अमकाप मारकेटिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अमांव रायबरेली के संचालक नरेश अग्रवाल व पौत्र प्रणव से हुई।

- यह दोनों अपनी संस्था की आड़ में बड़े पैमाने पर पेट्रोल व डीजल में मिलावट कर बेचा करते हैं।

- इनके संपर्क में आने के बाद राजकुमार प्रयागराज ही नहीं कौशाम्बी व प्रतापगढ़ तक जालबट्टा फैला दिया।

- बताया गया कि नरेश अग्रवाल इससे प्रति लीटर पेट्रोल 50 से 55 रुपये में खरीदकर पेट्रोल पम्प पर 60 से 65 रुपये में बेचा करता था।

- पेट्रोल पम्प संचालक इस मिलावटी पेट्रोल व डीजल को निर्धारित सरकारी रेट पर बेच कर मुनाफा कमाया करते थे।

काफी दिनों से टीम इस पूरे गैंग के पीछे लगी हुई थी। सटीक सूचना के बाद सरगना व उसके तीनों गुर्गो को गिरफ्तार किया गया। कई साल से यह गैंग प्रयागराज व आसपास के जिले में एक्टिव थी। प्रकाश में आए गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

नावेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ

Posted By: Inextlive