स्टेशन के आसपास के एरिया में सेटिंगबाजों ने बांट रखा है एरिया कोई नहीं करता एक-दूसरे की टेरेटरी में हस्तक्षेपदैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के स्टिंग ने सामने आया सच रेग्युलर बिजनेस बंद होने के बाद सजती है दुकान त्योहार भी एक बड़ा कारण है. डिमांड बढ़ी हुई है. रात में सेलीब्रेट करने वालों के लिए यह बड़ा सहारा है. हम बात कर रहे हैं शराब की अवैध रूप से बिक्री की. स्टेशन एरिया के आसपास पूरी रात धंधा गुलजार रहता है. कोड वर्ड बिजली पोल पर लिखे हैं. रात में पान और चाय की दुकान चलाने वाले भी इसमें सहयोगी की भूमिका में हैं. पुलिस को भी शायद सब कुछ पता है तभी तो कोई कार्रवाई नहीं होती. लेकिन खास बात यह है कि सब कुछ अवलेवल है. एनी टाइम अवलेबल है. ब्रांड कोई भी चाहिए मिल जाएगी. बस आपको पेमेंट डिमांड के कार्डिंग करना है.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सिटी में पूरी रात धड़ल्ले से शराब बिक रही है। दो किलोमीटर की दूरी में छह से अधिक अवैध शराब बेचने वाले दलाल घूम रहे हैं। जो दुकानें बंद होने के बाद 50 रुपये अतिरिक्त चार्ज लेकर अपने निजी साधनों से शराब लोगों तक पहुंचा रहे हैं। सबसे बड़ी बात है कि इस पूरे दो किलोमीटर दूरी के बीच तीन जगह पर पुलिस का पहरा रहता है। यह पहरा पूरी रात रहता है। वाबजूद अवैध शराब का खेल जारी है। यह पूरा खेल डीएसए ग्राउंड से लेकर लीडर रोड तक चल रहा है। ये सभी तथ्य दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के स्टिंग में निकलकर सामने आई।

रात भर में कर रहे लाखों की कमाई
स्टिंग के दौरान रिपोर्टर रात मेें स्टेशन तरफ जाने वाली पानी टंकी फ्लाई ओवर से नीचे उतरा। डीएसए ग्राउंड के पास से लेकर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बाइक व स्कूटी से कुछ लोग घूम रहे थे। इनको देखने पर ऐसा लग रहा था कि ये किसी का इंतजार कर रहे हो। गाड़ी की स्पीड धीरे होते ही ये लोग दौड़ कर पास आ गए। कुछ पल के लिए रिपोर्टर को लगा कोई जानने वाला है। पूछने पर पास आए व्यक्ति ने पूछा कुछ लेना तो नहीं। रिपोर्टर न बोलकर आगे बढ़ गया। फिर कुछ दूर पर बाइक का स्पीड धीरे करने पर एक फिर भाग कर पास आया। उसने भी कुछ लेने की बात कही। इस तरफ से लीडर रोड तक में छह से अधिक लोग मिले।
दलालों के तय है एरिया
स्टिंग के दौरान पता चला कि इन सभी दलालों का एरिया दूरी के अनुसार तय है। यानी कुल छह किमी में हर दो किमी का एरिया में अलग-अलग दलाल हैं। इन सभी के रेट एक समान है और कस्टमर को लेकर कभी आपस में झगड़ा भी नहीं करते।

सब मिलीभगत बस बाहरी न पकड़ सके
यह सभी लोग बाइक पर लटकाये थैले व स्कूटी की डिक्की में अवैध शराब को रखे रहते थे। यह इसलिए बाइक व स्कूटी पर लेकर शराब को चलते हैं ताकि दूर से जैसे ही पुलिस की बाइक व जीप दिखे तो भागने में आसानी हो। हालांकि स्थानीय लोगों की माने तो सब खेल सेट है। स्थानीय थाने को पूरी जानकारी है। बस बाहरी व अन्य थाने की पुलिस न पकड़ सके। इसलिए यह तरीका अपनाया गया है।

रेलवे स्टेशन चौराहे के पास बने चौकी व पुलिस तैनाती से कुछ दूरी पर खड़े दो लोगों में से एक दलाल और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत
दलाल - क्या लेना है
रिपोर्टर - क्या-क्या रखे हो
दलाल - बियर व दारू लेना है
रिपोर्टर - रेट क्या लगा रहे हो
दलाल - प्रिंट रेट से पचास रुपए एक्स्ट्रा लगेगा
रिपोर्टर - बहुत ज्यादा ले रहे हो
दलाल - यह पूरे दो किलोमीटर की दूरी तक में कई लोग बेच रहे है रेट पूछ लो
रिपोर्टर - कितने बजे तक मिल सकती
दलाल - पचास एक्स्ट्रा लगेगा और पूरी रात सुविधा है
रिपोर्टर - रोजा यही मिलोगे
दलाल - लीडर रोड पेट्रेाल पंप से लेकर पान की दुकान तक अपना धंधा एरिया है बाकि आगे दूसरे का है
रिपोर्टर - अगर अगले दिन आप नहीं मिले तो
दलाल - पेट्रेाल पंप से लेकर पान की दुकान तक दीवार पर नंबर लिखा मिल जायेगा। यह फिर पान वाले से लोकेशन पूछ लेना
रिपोर्टर - ठीक है आज नहीं चाहिए उतने में एक बाइक से व्यक्ति आया और जोर से राहुल नाम लेकर चिल्लाया एक लेते आने
दलाल - एक थैले से निकाल आकाश नाम के व्यक्ति को देने के लिए भेजता है

अगर रात में कोई निर्धारित समय के बाद शटर बंद कर या फिर सड़क पर घूमकर शराब बेच रहा है तो टीम लगाकर पकड़वाया जायेगा। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
सत्येंद्र तिवारी सीओ सिटी प्रथम

Posted By: Inextlive