हजारों टन अनाज बर्बाद कर सकता है ओवरफ्लो पानी
-उत्तर प्रदेश राज्य भंडार गृह प्रभारी ने नगर आयुक्त को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश राज्य भण्डार गृह अलोपीबाग में स्थित है। इस केंद्र पर करीब 29960 मीट्रिक टन अनाज स्टोर करने की क्षमता है, इस गोदाम में केंद्र एवं राज्य सरकार का खाद्यान्न भण्डारित कराया जाता है, पर इस केंद्र पर रखे हजारों टन अनाज कभी भी लापरवाही की भेंट चढ़ सकते हैं। दरअसल अलोपीबाग में सीवर लाइन की कनेक्टिविटी नाले से कर दी गई है। इससे तेज बारिश में नाले के ओवरफ्लो होने से राज्य भंडार गृह परिसर में जलभराव हो जाता है। राज्य भंडार गृह के प्रभारी ने सीवर लाइन की कनेक्टिविटी नाले से अलग कराने के लिए सोमवार को नगर आयुक्त को लेटर लिख समस्या को साल्व करने की मांग की है। 29,960 मीट्रिक टन अनाज का होता है भण्डारणराज्य भंडार गृह की क्षमता 29,960 मीट्रिक टन है। इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार के अनाज का भंडारण रहता है। गोदाम परिसर की दीवार से सटे नाले से अलोपीबाग से लेकर पंजाबी कालोनी के पानी की निकासी होती है। नाले को सड़क उस पार सीवर लाइन से जोड़ दिया गया है, जिससे तेज बारिश होने पर पानी की निकासी तेजी से नहीं हो पाती है। नाला ओवरफ्लो हो जाने से पानी परिसर में भर जाता है। लिहाजा, डीजल पंप चलवाकर पानी परिसर से बाहर निकलवाना पड़ता है। नाले को सीवर लाइन से हटाकर शास्त्री ब्रिज के नीचे से गुजरने वाले नाले से जोड़ने की मांग की गई है। उन्होंने पत्र द्वारा सूचित किया कि इस मांग को लेकर कई बार रिक्वेस्ट किया गया पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
नगर निगम को दिया जाता है हजारों का टैक्स नगर आयुक्त व मेयर को लिखे पत्र में जिक्र किया गया है कि भंडार गृह द्वारा नगर निगम को हर साल 10,44,855 रुपये गृहकर और 15,67,318 रुपये जलकर जमा किया जाता है। फिर भी कैम्पस के पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। इस जलभराव की समस्या के लिए के निस्तारण के लिए लगातार प्रति वर्ष अवगत विभाग को कराया गया है, पर अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।