'प्रिंट' से छेड़छाड़, 'रेट' से हो रहा खेल
पार्किंग स्टैंड मनमाने ढंग से वसूल रहे हैं रेट, कहीं घंटा के रेट से वसूली तो कहीं पांच घंटे का रेट
प्रिंटेड पर्ची पर लिखे रेट से की गयी है छेड़छाड़, वसूलते हैं साइकिल के दस रुपये दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आई हकीकतस्पेश सरकारी एजेंसी का है। ठेका सरकारी एजेंसीज ने उठाया है। रेट भी टेंडर जारी करने के समय ही तय कर दिया गया था। लेकिन, अफसरों का ध्यान डायवर्ट होते ही टेंडर लेने वालों ने खेल शुरू कर दिया है। कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई भी वे इसी फाइनेंशियल इयर में कर लेने के मूड में हैं। इसी के चलते पर्ची पर अंकित रेट से छेड़छाड़ करने में भी वे नहीं चूके हैं। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने गुरुवार को रियलिटी चेक किया तो यह हकीकत सामने आयी। ठेकेदारों ने टारगेट भी ऐसे ग्रुप को किया है जो आम तौर पर विरोध के लिए सामने नहीं आता है। इसी के बूते उनका बिजनेस पनप रहा है। अफसरों का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी ही नहीं है। आपने बताया है तो देखवाएंगे।
हकीकत सामने, खुद समझिए आप रिपोर्टर पहले इंदिरा भवन परिसर में स्थित पार्किंग स्थल पहुंचा। बाइक का चार्ज 18 रुपये बताया गयाबाइक खड़ी करने वालों को 18 रुपये की पर्ची दी भी जा रही थी। कार का रेट यहां 30 रुपये था। यह रेट पांच घंटे का है।
रिपोर्टर चंद्रशेखर आजाद पार्क गेट नंबर एक पर पहुंचा तो बताया गया कि सामने की पार्किंग पिछले कई माह से बंद है रिपोर्ट इसके बाद हाथी पार्क के पास संचालित वाहन पार्किंग गेट पर पहुंचा तो बाइक अंदर लगाने की बात कही गई रिपोर्ट द्वारा पांच मिनट में जाने की बात कहते हुए बाइक को आगे बढ़ाकर रोड किनारे पार्क कर दिया गया रिपोर्टर की नजर हाथी पार्क पार्किंग गेट के सामने मेज पर रखी गई बाइक, साइकिल और कार की पर्ची पर गई रिपोर्टर ने देखा कि साइकिल जमा करने पर दी जाने वाली पर्ची में लिखे रेट को ब्लैक पेन से दस रुपये बनाया गया था रिपोर्टर को लगा कि शायद प्रिंटिंग में ही गलती हो गई होगी, शक को दूर करने के लिए कई पर्चियों को पलट कर देखा रिपोर्टर ने पाया कि हर पर्ची पर कटिंग है, कारण पूछने पर पर्ची काटने वाला भड़क गया रिपोर्टर उसे शांत कराने की कोशिश करते हुए पर्चियों की फोटो खींच लिया, यह देख उसका पारा और भी चढ़ गयारिपोर्टर से कहा, तुमसे क्या मतलब एक तो बाइक भी अंदर नहीं लगाए ऊपर से पर्ची की फोटो खींच रहे हो
रिपोर्टर द्वारा जब उससे यह कहा गया कि, दादा गुस्सा काहे होते हो जवाब मिला गुस्साएं नहीं तुम पर्ची की फोटो ले रहे हो रिपोर्टर फोटो लेने में आप को आपत्ति क्या है। उत्तर मिला कुछ नहीं अब यहां से जाओ हाथी पार्क पार्किंग स्थल पर रखी गई बाइक पर चिपकायी गयी पर्ची पर 15 और कार के लिए 25 रुपये प्रिंट थे सवालों के घेरे में साइकिल की पर्ची हाथी पार्क के बाहर वाहन स्टैंड की पर्ची पर बाइक और कार के रेट प्रिंटेड हैं। साइकिल की पर्ची पर ओवर राइटिंग की गयी है। यहां पांच को आठ बना दिया गया है और दस रुपये खुलेआम वसूल किये जा रहे हैं। इस पर सवाल पूछने वाला कोई नहीं है। बता दें कि शहर में बड़ी संख्या में छात्र रहते हैं। वे साइकिल से ही मूव करते हैं। इसी के चलते उन्हें टारगेट किया जाता है। ज्यादातर छात्र चुपचाप दस रुपये देकर निकल जाते हैं और विरोध नहीं करते। इसी का फायदा ठेकेदार उठाते हैं।आपसे ही इस बारे में पता चल रहा है। अभी मैं इस बारे में ज्यादा कुछ बता नहीं सकती। एक-दो दिन का टाइम दीजिए फिर इस पर बात करुंगी।
शिवानी सिंह जोनल अधिकारी/प्रभारी वाहन स्टैंड पीडीए