राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत आज चलेगी ड्राइव एक से 19 साल के लोगों का है लक्ष्य गंभीर बीमारियों से होगा बचाव आज अपने बच्चे को खाली पेट स्कूल न भेजें क्योंकि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत आज जिले में एक से 19 साल के लोगों को पेट के कीड़े मारने की दवा खिलाई जानी है. जिले में इसके लिए 2765627 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. बता दें कि इस दवा को खाली पेट नही खाया जाता है. बच्चों को शारीरिक और मानसिक रोगों से बचाने के लिए यह दवा दी जाती है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। जिले में 20 जुलाई को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है। प्रयागराज में एक से 19 वर्ष की कुल लक्षित आबादी 2765627 है। इन सभी बच्चों व किशोर-किशोरियों को कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए कृमि (पेट के कीड़े) की दवा एल्बेंडाजोल नि:शुल्क खिलायी जाएगी। सभी स्कूल-कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में व्यापक अभियान चलाया जाना है। साथ ही बच्चों और किशोरों को इस दवा से होने वाले फायदे के बारे में बताया जाएगा। दवा के सेवन से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी व उनके स्वास्थ्य में सुधार होगा। वहीं 25 से 27 जुलाई तक मॉपअप राउंड चलाया जाए, जिसमें छूटे हुए लोगों को दवा खिलाई जाएगी। नही है कोई साइड इफेक्ट
बता दें कि अभियान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दवा का कोई भी साइड-इफेक्ट नहीं है। दवा खिलाते समय सावधानी बरतें कि दवा खाने वाला बच्चा खाली पेट न हो। बच्चे ने दवा लेने से पूर्व कुछ न कुछ भोजन अवश्य किया हो। पेट में अधिक कीड़े या कृमि होने के कारण कुछ मामलों में यह देखा गया है कि दवा के सेवन के बाद प्रतिकूल प्रभाव जैसे हल्का चक्कर, थोड़ी घबराहट या उल्टी हो सकती है। ऐसी स्थिति से बिलकुल न घबराएं, बच्चे को थोड़े समय के लिए खुली हवा में लेटा दें और पानी पिला दें। कुछ समय में दवा खाने वाला बच्चा सामान्य अवस्था में आ जाता है। यह लक्षण बताते हैं की पेट में कीड़े की मौजूदगी अधिक है।ऐसे खाएं, यहां मिलेगी दवा - एक से दो वर्ष के बच्चों को 400 एमजी अल्बेंडाजोल टैबलेट को आधा कर उसका चूरा पानी के साथ खिलाना है। - दो से 19 वर्ष के लोगों को पूरा टैबलेट चबाकर खिलाना है। इसके बाद ही पानी का सेवन करना है। - एक से पांच वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों को, छह से 19 साल तक के स्कूल न जाने वाले सभी बालक-बालिकाओं एवं ईंट-भ_ों पर कार्य करने वाले श्रमिक व घुमंतू लाभार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्र पर दवा खिलाई जाएगी। - जबकि छह से 19 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राओं को उनके नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में दवा खिलाई जाएगी वहीं प्राइवेट स्कूल, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी। अभियान की तैयारियां पूरी हो गई हैं। पैरेंट्स आज बच्चों को खाली पेट स्कूल न भेजें। बाद में माप अप राउंड भी चलाया जाएगा। इस दवा को खाने से गंभीर शारीरिक और मानसिक रोगों से बचाव होता है।डॉ। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज

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