सरकारी फीस है 15 रुपये बिचौलिए लोगों से वसूल रहे एक से दो हजार रुपयेनगर निगम कटरा जोनल कार्यालय में मिले परेशान लोगों ने बताई अपनी व्यथा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बच्चों का जन्म हो या फिर किसी के मृत्यु का प्रमाण पत्र बनवाने की बात। जानकारी के अभाव में बिचौलिए लोगों की जेब काटने पर उतारू हैं। इन प्रमाण पत्रों को बनवाने के नाम पर बिचौलिए लोगों से हजार से दो हजार रुपये ऐंठ रहे हैं। जबकि इन दोनों प्रमाण पत्रों का शुल्क महज पंद्रह रुपये है। जानकारी हासिल करके लोग यह प्रमाण पत्र खुद से निर्धारित शुल्क जमा करके बनवा सकते हैं। सारे कागजात और शुल्क जमा करने के बाद करीब एक महीने में दोनों प्रमाण पत्र ऑनलाइन चढ़ा दिए जाते हैं। इसके बाद आवेदक ऑनलाइन निकाल ले या फिर हार्ड कॉपी लोग नगर निगम के जोनल कार्यालयों में जाकर प्राप्त कर सकते हैं। प्रमाणपत्र की कॉपी लेने के लिए कोई चार्ज देने की जरूरत नहीं है। जोनल कार्यालय कटरा में शनिवार को आधा दर्जन लोग इन प्रमाण पत्रों के लिए भटकते हुए नजर आए। कहना था कि कि एक व्यक्ति प्रमाणपत्र बनवाने के लिए कुछ हजार से डेढ़ हजार रुपये लिया था। करीब डेढ़ महीने का दिन बीतने वाला है उन्हें अपना प्रमाण पत्र नहीं मिला। एक अधेड़ ने कहा कि विश्वास में आकर वह दो हजार रुपये दे रखा है। फिर भी उसका काम नहीं हुआ। जबकि लोगों से हो रही ठगी को देखते हुए नगर निगम के लोगों ने सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं।

केस-1 सही जानकारी कोई नहीं देता
गोविंदपुर की ज्ञानवती मिश्रा बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना था। बताया कि इसके लिए वह नगर निगम कार्यालय सिविल लाइंस पहुंच गई। वहां बताया गया कि जोनल दफ्तर कटरा में फार्म जमा करिए। यहां कटरा जोनल कार्यालय में पहुंची। उसकी मानें तो परिसर में पीछे तरफ बाइक पर बैठा व्यक्ति काम पूछता तो बता दी। वह पहले एक हजार रुपये आवेदन के लिए कागज बनवाने का लिया। विश्वास में आकर पैसा दे दी। दो दिन बाद फोन कर फिर एक हजार लिया। मगर अब तक प्रमाण पत्र नहीं बन सका। कहा था कि वे यहीं मिलेगा उसी को खोज रही हूं।

केस-2 ठेका लेकर हो गया गायब
बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बालगोविंद एक महीने से भटक रहे हैं। उनकी बेटी घर पर पैदा हुई थी। कटरा जोनल कार्यालय में हलफनामा व दूसरे कागजाते गए थे। जानकारी थी नहीं लिहाजा एक मोहल्ले में ही एक शख्स 1200 रुपये सिर्फ आवेदन के लिए कागजात बनवाने का ले लिया। आज तक उसका उसका भी प्रमाण पत्र नहीं बन सका। फार्म कार्यालय में जमा होने की बात बताया था वही पता करने बालगोविंद कटरा नगर निगम जोनल दफ्तर में भटक रहा था।

केस-3 डेढ़ महीने बाद भी नहीं बना मृत्यु प्रमाण पत्र
राजापुर के मुन्ना मौर्या को बाबा का मृत्यु प्रमाण पत्र चाहिए। नगर निगम यह कागज बनवाने पहुंचे तो उनसे मृत्यु से सम्बंधित हलफनामा या कोई कागजात मांगा जाने लगा। मौत नार्मल थी लिहाजा परिवार घाट पर अंतिम संस्कार कर दिए थे। वह भी उसके बाबा की मौत दो साल पूर्व हुई थी। कचहरी में उससे किसी स्टैंप विक्रेता ने दो हजार लिया। आज करीब डेढ़ माह हो गए और उसका भी प्रमाण पत्र नहीं बन सका है। शनिवार को वह भी कटरा जोनल कार्यालय परिसर में भटकता हुआ मिला।

जरूरी दस्तावेज और ऐसे भरे फार्म
यदि मत्यु प्रमाणपत्र बनवाने जा रहे हैं तो किसी को हजार या दो हजार रुपये देने से बेहतर खुद फार्म को फिल करें
सबसे पहले आप मृतक की आईडी के साथ सूचना दाता यानी जो प्रमाण पत्र बनवा रहा हो उसकी आईडी लें। मृत्यु से सम्बंधित कोई प्रमाण पत्र है तो उसे भी लगा दें।
अन्यथा हलफनामा 10 रुपये के स्टैंप पर बनवा लें और नगर निगम में अपने जोनल कार्यालय से फार्म लेकर भर दें।
फार्म भरते वक्त ही निर्धारित शुल्क 15 रुपये जमा कर दें। आवेदन केबाद जोनल कार्यालय खुद जांच कराएगा।
जांच अधिकारी आसपास यह पता करेंगे कि उक्त व्यक्ति जीवित है या नहीं, आवेदन करने वाला उसका शख्स का रिश्ते में क्या है और रिपोर्ट लगा देगा। इसके हफ्ते भर बाद प्रमाणपत्र बन जाएगा।
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बेबी के माता व पिता अपनी आईडी लगाएं साथ ही बच्चा हॉस्पिटल में पैदा हुआ तो उसका प्रमाण पत्र भी दें
यदि बच्चा घर पर हुआ है तो माता पिता की आईडी और दस रुपये के स्टैंप पर हलफनामा भी दें कि बच्चा घर पर हुआ है। पंद्रह रुपये की फीस के साथ आवेदन करें
इसके बाद नगर निगम जोनल कार्यालय जांच कराएगा, जांच अधिकारी आसपास के लोगों से पूछताछ करेंगे कि बच्चा घर ही हुआ या नहीं।
गवाही देने वालों को अपनी दो आईडी सिग्नेचर युक्त देनी होती है, इसके बाद उसकी रिपोर्ट पर जन्म प्रमाण पत्र बन जाता है।

Posted By: Inextlive