मतदाता पुनरीक्षण अभियान में तीस फीसदी ने किया ऑनलाइन आवेदन निर्वाचन कार्यालय और बीएलओ के लगाए चक्कर चुनाव आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान भले ही ऑनलाइन आवेदन का जमकर प्रचार किया हो लेकिन युवा अभी आफलाइन पर अधिक भरोसा कर रहे हैं. इसके गवाह हैं पुनरीक्षण अभियान के आंकड़े. महज तीस फीसदी युवाओं ने ऑनलाइन दावे और आपत्तियां की हैं. अब इन फाम्र्स को बीएलओ वेरिफिकेशन के लिए बीएलओ को सौंपा गया है.कितना रहा दोनों तरीकों में अंतर


प्रयागराज (ब्यूरो)। एक नवंबर से 5 दिसंबर तक चले मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में 128388 लोगों ने आफलाइन तरीके से दावे और आपत्तियां दाखिल कीं। उन्होंने बीएलओ से मुलाकात कर या निर्वाचन कार्यालय में जाकर फार्म छह, सात, आठ को भरा है। जबकि महज 41449 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। यह आवेदन इंटरनेट के जरिए किया गया है और हार्ड कॉपी निर्वाचन कार्यालय के पास भेज दी गई हैं।किसलिए हावी रहा ऑफलाइन


इस बारे में जब निर्वाचन कार्यालय में बात की गई तो कई कारण सामने आए। एक्सपट्र्स ने बताया कि युवाओं को अभी भी ऑनलाइन पर अधिक भरोसा नही है। उन्होंने ऑनलाइन आवेदन करने के बजाय आफलाइन आवेदन करने में भलाई समझी है। जबकि यह अधिक कठिन है। इसमें फार्म भरकर बीएलओ को देना होता है। जबकि ऑनलाइन आवेदन अधिक सरल है। इसमें आवेदन सीधे अधिकारियों के पास पहुंचता है और इसे बीएलओ को फील्ड वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाता है। इसमें फार्म के मिसिंग होने का डर नही होता है।पांच जनवरी को दिखेगा नाम

अधिकारियों ने बताया कि आफलाइन और आनलाइन फार्म का फील्ड वेरिफिकेशन कराकर इसे सूची में दर्ज किया जा रहा है। सूची में नाम जुड़वाने और विलोपन के काम चल रहे हैं। फाइनल सूची पांच जनवरी को प्रकाशित होगी। जिसमें पता चल जाएगा कि किसका आवेदन स्वीकार हुआ है किसका रिजेक्ट कर दिया गया है। आफलाइन की अपेक्षा ऑनलाइन आवेदन अधिक अथेंटिक माने जाते हैं। आफलाइन में कई बार फार्म मिसिंग होने की सूचना भी मिलती है।लोगों में जागरुकता आ रही है। धीरे धीरे वह ऑनलाइन आवेदन की तरफ जा रहे हैंॅ। इस बार 41 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया है जो अच्छे साइन हैं। आगे चलकर यह आंकड़ा आफलाइन से अधिक हो सकता है।केके बाजपेई, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive