एक मशीन ने सैकड़ों को किया निराश
प्रयागराज (ब्यूरो)। मंडल के सबसे बड़े एसआरएन अस्पताल में लगी एमआरआई मशीन खराब होने से मरीजों को बुधवार को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। जिन मरीजों की जांच दस जनवरी को होनी थी उन्हें दूसरी डेट दी गई। इससे मरीज काफी परेशान हुए। उनका कहना था कि जांच जल्द नही हुइ तो बीमारी बढ़ सकती है इसलिए उन्हे मजबूरी में प्राइवेट सेंटर पर जाकर अपनी जांच करानी पड़ सकती है। जो कि काफी महंगी पडेगी।
चिलर मशीन ने दिया धोखा
एमआरआई मशीन में यह खराबी मंगलवार की देर शाम आई। जानकारी के मुताबिक एमआरआई मशीन को ठंडा रखने वाली चिलर मशीन में खराबी आने से बुधवार को एक भी मरीज की जांच नही की जा सकी। एसआरएन अस्पताल में केवल प्रयागराज ही नही बल्कि फतेहपुर, जौनपुर, भदोही, कौशांबी व प्रतापगढ़ सहित आसपास के मरीज भी आते हैं। अस्पताल में रोजाना एक दर्जन लोगों की जांच की जाती है। साथ ही जिनको जांच लिखी जाती है उनका नंबर लंबे समय बाद आता है। ऐसे में मशीन खराब होने से उनकी निराश्याा का ठिकाना नही रहा।
आसान नही है प्राइवेट में जांच
एमआरआई जांच एसआरएन में महज ढाई हजार में होती है जबकि प्राइवेट अस्पतालों में यही जांच दस से बारह हजार रुपए में होती है। जो कि कराना सबके बस की बात नही होती है। जो मरीज इमरजेंसी वाले होते हैं उन्हें तत्काल जांच कराने की जरूरत होती है। इस समय एअसरएन अस्पताल में केवल एक एमआरआई मशीन है। हालांकि दूसरे के लगाने की बात हो रही है लेकिन अभी कुछ मामला क्लीयर नही है। इसक अलावा बेली अस्पताल में भी एमआरआई मशीन लगाई गई है लेकिन यहां भी मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। उधर एमआरआई जांच कराने के लिए प्राइवेट सेंटर्स पर लंबी लाइन लगती है। कारण यह कि सरकारी तंत्र में केवल दो मशीने ही लगी हैं। जिनमें बेली की एमआरआई मशीन जब तब खराब रहती है। बताया गया क ििचलर मशीन को बुधवार देर शाम ठीक कर दिया गया है। गुरुवार से मरीजों को आराम मिलेगा।
डॉ। अजय सक्सेना, सीएमएस, एसआरएन अस्पताल प्रयागराज