रोडवेज का फ्री सफर रक्षाबंधन का गिफ्ट
निशुल्क यात्रा के दौरान खडे़ होकर सफर करने को हुई मजबूर
रविवार को चालीस हजार महिलाओं ने रोडवेज की निशुल्क यात्रा का उठाया लाभPRAYAGRAJ: रक्षाबंधन पर यात्रियों के लिए रोडवेज की ओर से तो पुख्ता प्रबंध किए गए, लेकिन कुछ रूटों पर यात्रियों की संख्या अधिक रहने के कारण दिक्कत बनी रही। वाराणसी, गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़ और सुल्तानपुर रूटों पर सफर करने वाले यात्रियों को तो एक पैर पर खड़ा होकर सफर करना पड़ा। शनिवार रात्रि 12 बजे से ही बहनें सफर करना शुरु कर दिया था। रविवार को सिविल लाइंस और प्रयाग डिपो से साढ़े तीन सौ अधिक बसों का संचालन हुआ। विभाग ने किसी भी लंबे रूट की बस सेवा में कटौती नहीं की और लोकल रूटों पर चलने वाली बसों के फेरे बढ़ाए। इस बसों को दो शिफ्टों में चलवाया गया। रोडवेज के अधिकारी के अनुसार 45 हजार के करीब महिलाओं ने फ्री मे सफर किया।
दोपहर बाद अचानक बढ़ा भीड़
सिविल लाइंस बस अड्डा पर दोपहर करीब 12 बजे से यात्रियों की भीड़ बढ़ना शुरू हुई। शाम पांच बजे तक यात्रियों का दबाव बहुत ज्यादा होने के कारण अधिकारी भी व्यवस्था सुनिश्चित कराने में जुटे रहे। सीट फुल होने पर भी ज्यादातर लोग खड़े होकर सफर ही सफर किये। यहीं नही भीड़ ज्यादा होने के कारण काफी यात्रियों को बसों के लिए घंटों इंतजार भी करना पड़ा। जीरो रोड और लीडर रोड डिपो की बसें भी खचाखच भरकर आती-जाती रहीं। सभी बसों में महिलाओं और बच्चों की ही भीड़ ज्यादा दिखाई दी। शाम सात बजे के बाद यात्रियों की भीड़ कम होने पर अधिकारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली।
रोडवेज में फ्री सफर महिलाओं के लिए काफी अच्छा है। बस दिक्कत एक ही चीज की हो रही है। बस काफी फुल जा रही है। घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। प्रयागराज में रहने वाले कई साल से भाइयों को राखी बांधने लखनऊ से आती हूं। मैमुना फातिमा, महिला यात्री रक्षाबंधन पर रोडवेज का फ्री सफर की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। काफी राहत मिली है। अपने भाई को दो राखी बांधी हूं। एक सरकार के नाम पर भी बांधा है। पिछले साल कोरोना के चलते भाई के पास नहीं जा पाई थी। इस बार मौका मिला है। अर्पणा, महिला यात्री वाराणसी जाना है इसलिए अपनी मां के साथ रोडवेज बस स्टैंड पर आई हूं। सरकार ने रक्षाबंधन पर बसों में महिलाओं के लिए फ्री यात्रा की घोषणा करके सराहनीय पहल की है। यह स्वागत योग्य है। समानताकानुपर से आई हूं और जौनपुर जाना है। बस स्टैंड पर आकर मालूम पड़ा कि आज बसों में सफर महिलाओं के लिए फ्री है। सरकार का यह कदम सराहनीय है। इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
- वाराणसी, गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़ और सुल्तानपुर रूटों पर परिवहन निगम को 130 बसों के बढ़ाने पड़े फेरे - रविवार देर शाम तक करीब 40 हजार सिर्फ महिलाओं के बसों से सफर करने का है अनुमान है। - महिलाओं और 15 साल से ऊपर की बच्चियों के लिए रही यात्रा मुफ्त रही - विभाग का कहना है कि यात्रियों के वास्तविक आंकड़ें सोमवार को किये जाएंगे जारी यात्रा करने वालों में करीब 75 फीसद महिलाएं और बच्चे शामिल रहे। पिछले साल रक्षाबंधन पर करीब 34 हजार लोगों ने बसों से यात्रा की थी। इस बार देर रात तक आंकड़ा 40 हजार यात्रियों के पार हो जाने की संभावना है। 130 बसें अतिरिक्त चलाई गईं। सीबी राम वर्मा, एआरएम सिविल लाइंस डिपो