भगवान शिव के विवाहोत्सव महाशिवरात्रि पर आज संगम में लाखों भक्त पुण्य की डुबकी लगाएंगे. मंदिरों में पूजा पाठ के अलावा रुद्राभिषेक किया जाएगा. माघ मेले के अंतिम स्नान पर्व के चलते प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद किए हैं. शहर में जगह जगह भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली जाएगी. इसके साथ ही आज से तंबुओं की नगरी पूरी तरह से उखड़ जाएगी. प्रशासनिक पांडालों को भी हटा दिया जाएगा.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। माघ मेले से कल्पवासियों की विदाई के बाद महाशिवरात्रि के स्नान पर्व पर शहरियों का अधिक दबदबा रहेगा। लाखों की संख्या में शहर के लोग संगम पर स्नान करने और मेले का आनंद उठाने आएंगे। शनिवार को महााशिवरात्रि होने की वजह से संगम स्थित श्रीबड़े हनुमानजी के मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ेगी। ज्योतिषियों के मुताबिक शनिवार की दोपहर 3.34 बजे तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। इसके बाद अर्थात दोपहर 3.35 बजे से श्रवण नक्षत्र लग जाएगा। कुंभ राशि में सूर्य व शनि और मीन राशि में गुरु व शुक्र संचरण करेंगे। देवताओं के गुरु वृहस्पति व दैत्यों के गुरु शुक्र का एक राशियों में रहना शिव स्तुति के लिए पवित्र कालखंड है। शनि प्रदोष होने से पर्व का महत्व अधिक बढ़ जाता है। ये न्याय, राजसत्ता, राजयोग प्राप्ति व शत्रु विजय का पर्याय है।

मंदिरों में भक्तों ने कराई बुकिंग
महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक कराने का अपना महत्व है। यही कारण है कि शहर के शिवालयों में पहले से श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक की बुकिंग कराई है। श्रीमनकामेश्वर, सोमेश्वर महादेव, श्रीविमान मंडपम सहित कई शिवालयों में आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होंगे। नैनी अरैल स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी शैल पुरी ने बताया कि शिवमहापुराण वर्णित सोमेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग की स्थापना भगवान चंद्रमा ने की है। पुराणों के अनुसार ब्रम्हा के पुत्र दक्ष प्रजापति ने भगवान चंद्रमा को क्षय रोग से नष्ट होने का श्राप दिया था। बाद में ब्रम्हाजी के आदेशानुसार उन्होंने प्रयाग के दक्षिण दिशा में शिवलिंग की स्थापना करके सरस्वती और शिव का पूजन किया। एक आसन में महामृत्युंजय का जप किया था। उससे भगवान शिव ने प्रसन्न होकर चंद्रमा को क्षय रोग से मुक्त होने का वरदान दे दिया। तब से यहां पर महादेव विराजमान हैं।

स्नान से पहले हुई समीक्षा
माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुलिस ने भी तैयारी कर ली है। शुक्रवार दोपहर माघ मेला शिविर में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला पुलिस को उनकी ड्यूटी के बारे में ब्रीफ किया। साथ ही मेला के घाटों तथा शहर के प्रमुख शिव मंदिरों पर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की तैयारियों का जायजा लिया। जहां कुछ भी कमी थी उसके बारे में बताकर दुरुस्त करने के लिए कहा। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि ने सुरक्षा के साथ लोगों की सहूलियत का ख्याल रखने को कहा। महाशिवरात्रि पर घाटों पर भीड़ नियंत्रण पर भी ध्यान देना होगा। एसएसपी माघ मेला राजीव नारायण मिश्र ने माघ मेला और इससे जुड़े क्षेत्र के शिव मंदिरों का निरीक्षण कर वहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रबंध किए। मेले में यातायात व्यवस्था भी सुचारू रखने पर जोर दिया जा रहा है ताकि जाम नहीं लगने पाए। भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर दो दिन पहले नो इंट्री लगा दी गई थी।

स्पेशल ट्रेन व बसों का होगा संचालन
माघी पूर्णिमा स्नान पर्व पर तीन मेला स्पेशल ट्रेन और 1800 रोडवेज बसों का संचालन होगा। ट्रेनें वाराणसी से रामबाग रेलवे स्टेशन तक चलेंगी। 18 फरवरी को 05110 रामबाग-बनारस विशेष ट्रेन रामबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 7:20 बजे चलेगी और 11 बजे बनारस पहुंचेगी। 05111-05112 बनारस-प्रयागराज रामबाग विशेष ट्रेन 18 फरवरी को बनारस से दोपहर 2.50 बजे चलेगी, शाम छह बजे रामबाग पहुंचेगी। वापसी में रामबाग से सुबह 11 बजे रवाना होगी।

Posted By: Inextlive