वोटिंग के जज्बे को डिगा नही पाया बुढ़ापा और दिव्यांगता
प्रयागराज (ब्यूरो)।
निर्वाचन आयेाग के आदेश पर जिले के 89 हजार से अधिक ऐसे वोटर्स का सर्वे कराया गया था, जिनकी उम्र 80 साल से अधिक थी या वह दिव्यांग हैं। यह लोग पोलिंग बूथ जाने में असमर्थ हैं तो वह पोस्टल बैलेट से घर बैठे वोट डाल सकेंगे। प्रशासन ने जब जब इसका सर्वे कराया तो पता चला कि 99 फीसदी से अधिक को विकल्प की जरूरत नही है। वह अपनी मजबूरी को नजर अंदाज कर सीधे बूथ पर जाकर वोट देंगे।
घर-घर बांटे गए थे फार्म
सर्वे के दौरान जिन घरों में 80 साल से अधिक उम्र के वोटर चिंहित थे वहां पर फार्म 12 डी बांटा गया था। इसको भरकर पोस्टल बैलेट स वोट देने की मंजूरी देनी थी। इसी तरह जो दिव्यांग थे उनके घर भी फार्म पहुंचाया गया था। निर्वाचन आयोग का कहना था कि फार्म स्वीकार करने के बाद इन लोगों के घर प्रशासन की टीम जाएगी और पोस्टल बैलेट पर मतदान कराएगी। लेकिन बड़ी संख्या में इस कैटेगरी के लोगों ने फार्म वापस कर दिया।
दूसरों को लेना होगा सबक
शहर की तीनों विधानसभाओं शहर उत्तरी, दक्षिणी और पश्चिमी का वोटिंग प्रतिशत हमेशा से खराब रहा है। यहां पर लोग चुनाव आयोग द्वारा तमाम सहूलियत देने के बावजूद पोलिंग बूथ पर वोट डालने नही जाते हैं। जबकि जिनको घर बैठे पोस्टल बैलेट से वोट देने का अधिकार दिया गया है वह भी पोलिंग बूथ पर आने को तैयार हैं। वह अपने वोटिंग के अधिकार को लेकर जागरुक हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े
जिले में 80 साल से अधिक उम्र के कुल वोटर- 58492
कितनों ने चुना घर से वोट देने का आप्शन- 487
जिले में कुल दिव्यांग वोटर्स की संख्या- 58005
कितनों चुना घर से वोट देने का आप्शन- 208
किस विधानसभा में कितनों चुना आप्शन
विधानसभा बुजुर्ग दिव्यांग
फाफामऊ 17 9
सोरावं- 15 7
फूलपुर 20 5
प्रतापपुर 44 9
हंडिया 54 14
मेजा 12 9
करछना 8 7
शहर पश्चिमी 106 51
शहर उत्तरी 85 25
शहर दक्षिणी 36 0
बारा 72 65
कोरांव 18 7