आफलाइन ही रहेगा मोड, मई में होंगी परीक्षाए
प्रयागराज (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी कैंपस में आफलाइन क्लासेज का संचालन शुरू हो जाने और कोरोना के नए वेरीएंट का असर कमजोर पड़ जाने पर परीक्षाएं आफलाइन मोड में ही कराने का फैसला लिया गया था। यही व्यवस्था एफीलिएटेड कॉलेजेज में भी लागू करने का फैसला हुआ था। यूनिवर्सिटी प्रशासन का फैसला आया तो यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्र विरोध में खड़े हो गये। उनका तर्क था कि जब पढ़ाई आनलाइन मोड में करायी गयी है तो परीक्षा भी आनलाइन मोड में ही होनी चाहिए। छात्रों ने कैंपस में अफसरों का घेराव, तालाबंदी जैसे कदम उठाये तो माहौल गरम हो गया। कैंपस में फोर्स बुलानी पड़ गयी। पुलिस को स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ गया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हाईपावर कमेटी का गठन कर दिया था। इस कमेटी को सभी पहलुओं को परखने के साथ छात्र प्रतिनिधियों से बात करके फैसला लेना था। छात्र प्रतिनिधियों से बातचीत का निष्कर्ष नहीं निकला तो कमेटी ने मेन कैंपस के साथ एफीलिएटेड कॉलेजेज के छात्रों से फीडबैक लेने का फैसला लिया। छात्रों को आनलाइन और आफलाइन फीडबैक देना था कि वे किस मोड में परीक्षा चाहते हैं। सूत्र बतातें हैं कि इसमें दस हजार से ज्यादा छात्रों ने अपनी राय दी थी।
कोर्ट के निर्णय पर भी हुआ विचार
गुरुवार को यूनिवर्सिटी की पीआरओ
डॉ जया कपूर की तरफ से हाई पावर कमेटी द्वारा लिये गये फैसले की जानकारी रिलीज के माध्यम से दी गयी। इसमें स्पष्ट किया गया है कि समिति ने विभिन्न पक्षों से 2021-22 के लिए स्नातक परीक्षा के लिए अपनाई जाने वाली प्रणाली पर फीडबैक लिये गये। फीडबैक के बेस पर प्रायोरिटी तय करने के बाद हाई कोर्ट के हाल फिलहाल के दिनों में एग्जाम के मोड पर आये फैसलों पर भी विचार किया गया। समिति ने सभी विकल्पों पर विस्तार से विश्लेषण किया और उसकी राय थी कि जो भी निर्णय विश्वविद्यालय इस मुद्दे को हल करने के लिए ले उसमें छात्रों का भविष्य एवं हित सर्वोपरि होना चाहिए। अधिकांश छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए समिति ने सिफारिश की है कि परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जानी चाहिए। संस्तुति के अनुसार परीक्षाएं मई के पहले सप्ताह से शुरू होंगी। कोर्स में कटौती और प्रश्न पत्रों के प्रारूप के संबंध में परीक्षा समिति के अन्य निर्णय समान रहेंगे।
प्रायोगिक परीक्षाओं को लेकर छात्रों की चिंता को देखते हुए समिति ने यह भी निर्णय लिया कि प्रैक्टिकल एग्जाम असाइनमेंट बेस्ड मूल्यांकन के माध्यम से कराई जाएं। ऑफलाइन प्रायोगिक परीक्षा नहीं होगी।
डॉ जया कपूर
पीआरओ, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
पिछले सत्र के छात्रों को हॉस्टल आवंटित
यूजी, लॉ एवं प्रोफेशनल कोर्स में सत्र 2020-21 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्रों को हॉस्टल आवंटित कर दिया गया है। कोर्स के अनुसार कटआफ जारी किया गया है। पुरुष व महिला छात्रावास की लिस्ट सेपरेट जारी की गयी है। चयनित छात्र/छात्राओं से आग्रह किया गया है कि वे सम्बन्धित छात्रावास में सम्पर्क करके जरूरी औपचारिकताओ के साथ छात्रावास शुल्क जमाकर प्रवेश शीघ्रातिशीघ्र सुनिश्चित कर लें।। स्कॉलरशिप के लिए आवेदन की डेट बढ़ी
मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति हेतु फार्म जमा करने की अन्तिम तिथि जो पूर्व में 25 मार्च थी को अब 30 मार्च तक बढ़ा दी गयी है। निर्धारित प्रपत्र विश्वविद्यालय की वेवसाइट 222.ड्डद्यद्यस्रह्वठ्ठद्ब1.ड्डष्.द्बठ्ठ से डाउनलोड कर पूर्ण रूप से भर लें तथा डीन विद्यार्थी कल्याण कार्यालय में बढ़ी हुई तिथि तक अवश्य जमा कर दें।