करंट एकेडमिक सेशन में यूजी-पीजी के छात्रों के लिए आफलाइन क्लास की संभावना समाप्त

प्रदेश में बुधवार से शुरू हो जाएगी छह से 8वीं तक स्कूल में पढ़ाई, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आएंगे सिर्फ आर्ट के रिसर्च स्कॉलर्स

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करंट एकेडमिक सेशन में इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में यूजी और पीजी के छात्रों के लिए आफलाइन क्लासेज की संभावना मंगलवार को समाप्त हो गयी। इन क्लासेज के छात्रों को हॉस्टल भी आवंटित नहीं किया जाएगा। यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार अंतिम सांसें गिन रहे कोरोना को लेकर अब भी डर से बाहर नहीं आ सके हैं। वाइस चांसलर प्रो। संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई मिटिंग में लिये गये फैसले के बाद यह स्थिति सामने आयी है। मिटिंग में सिर्फ आर्ट स्ट्रीट से पीएचडी करने वाले छात्रों को आफलाइन गाइडेंस की अनुमति दी गयी। इन्हें ही हॉस्टल भी आवंटित किया जाएगा। इस फैसले का छात्रों ने विरोध भी किया लेकिन, यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इसे नोटिस भी नहीं लिया।

नए सेशन का करना होगा इंतजार

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और उससे एफीलिएटेड डिग्री कालेज के स्टूडेंट्स को आफलाइन क्लास के लिए इस पूरे सेशन में इंतजार करना होगा। क्योंकि, मौजूदा सेशन में आफलाइन क्लासेस के संचालन को लेकर मंगलवार को वाइस चांसलर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में इस बात पर सहमति नहीं बन सकी। कोरोना वायरस का हवाला देते हुए ऑफलाइन क्लासेस के संचालन के मुद्दे को खारिज कर दिया गया। 75 मिनट के करीब चली मीटिंग में साइंस फैकेल्टी के तर्ज पर आ‌र्ट्स फैकेल्ट के शोध स्टूडेंट्स को प्रवेश व हॉस्टल में रहने की मंजूरी दी गई है।

आफलाइन क्लासेस अभी ठीक नहीं

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की ओर से यूनिवर्सिटी व कालेजेज को खोलने की छूट मिलने के बाद मंगलवार को यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो। संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सभी डीन व एचओडी की मीटिंग बुलाई गई थी। इसमें रजिस्ट्रार प्रो एनके शुक्ला, एग्जाम कंट्रोलर प्रो। रामेन्द्र सिंह भी शामिल रहे। यूनिवर्सिटी के नार्थ हाल में हुई मीटिंग के दौरान यह निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी को देखते हुए अभी ऑफ लाइन क्लासेस का संचालन ठीक नहीं है। यह भी चर्चा हुई कि मौजूदा सेशन भी लगभग खत्म होने को है। परीक्षाओं को ऑनलाइन मोड में कराने का पहले ही निर्णय लिया जा चुका हे। ऐसे में आफलाइन क्लासेस का संचालन उचित नहीं है।

मिटिंग में लिये गये फैसले

साइंस व टेक्नोलॉजी के रिसर्च स्कॉलर की तर्ज पर ही आ‌र्ट्स के रिसर्च स्कालर्स को भी यूनिवर्सिटी में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

उन्हें हॉस्टल में भी प्रवेश की छूट दी जाए।

कैंपस में आफलाइन इंट्री के लिए रोटेशन प्रक्रिया को अपनाया जाएगा।

इसके अन्तर्गत एक बार में केवल पांच रिसर्च स्कॉलर्स को कैंपस में प्रवेश दिया जाएगा।

छात्रों ने डीएसडब्लू आफिस घेरा

आफलाइन क्लासेस के संचालन को हरी झंडी न मिलने से नाराज स्टूडेंट्स ने मंगलवार को डीएसडब्लू आफिस का घेराव किया। फोरम फॉर रिओपेन कैंपस यानी एफसीआइ के बैनर तले आइसा, दिशा, इंकलाबी छात्र मोर्चा, समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआइ और एसएफआइ से जुड़े स्टूडेंट्स ने हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स पर जुर्माना वापस लेने व स्कॉलरशिप फार्म को भरने की डेट बढ़ाने की मांग की। मामले की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे चीफ प्रॉक्टर प्रो। हर्ष कुमार और डीएसडब्लू प्रो। केपी सिंह ने स्टूडेंट्स को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, स्टूडेंट्स अपनी मांगों पर अड़े रहे।

सेंट्रल यूनिवर्सिटी का हाल

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त है

यहां पिछले साल मार्च से ही आफलाइन एक्टिविटी बंद हैं

हॉस्टल भी खाली कराए जा चुके हैं। जो हैं उन्हें नोटिस दी जा चुकी है

यूनिवर्सिटी ने आनलाइन मोड में ही एनुअल और सेमेस्टर परीक्षाएं कराने का फैसला लिया है

कापियों की चेकिंग भी आनलाइन ही करायी जाएगी और रिजल्ट घोषित होगा

यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में भी स्टूडेंट्स की इंट्री बैन है

स्टेट यूनिवर्सिटीज पर फैसला

इलाहाबाद में दो स्टेट यूनिवर्सिटीज एक डिस्टेंस और एक रेग्युलर मोड में चलती है

ओपन यूनिवर्सिटी आफलाइन मोड में परीक्षाएं करा रहा है। स्टेट यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए क्लासेज शुरू हो चुकी हैं

दोनों यूनिवर्सिटीज फुल फ्लेज तौर पर आफलाइन मोड एडाप्ट करने के रास्ते पर आगे बढ़ चुकी हैं

स्टेट गवर्नमेंट के रूल्स से गवर्न होने के चलते यहां एग्जाम के दौरान भी आफलाइन परीक्षा का आप्शन होगा

गोरखपुर की स्टेट यूनिवर्सिटी में मंगलवार को कन्वोकेशन भी फिजिकल आयोजित किया गया

गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने चीफ गेस्ट के रूप में टॉपर छात्रों को मेडल और सर्टिफिकेट डिस्ट्रीब्यूट किया

बीएचयू से भी नहीं लिया सबक

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की गाइड लाइन आने के बाद बीएचयू में 17 फरवरी से कैंपस पूरी तरह से खोलने का फैसला लिया जा चुका है। यहां 17 से क्लासेज भी चलेंगी और परीक्षा भी आफलाइन मोड में कराने का प्रस्ताव है। बीएचयू में सोमवार को कन्वोकेशन भी ऑफलाइन मोड में आयोजित किया गया। यहां गोल्ड मेडलिस्ट स्टूडेंट्स को फिजिकल मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।

वीसी की अध्यक्षता में हुई मिटिंग में आर्ट के रिसर्च स्कालर्स के लिए क्लासेज संचालित करने का फैसला लिया गया है। छात्रों को रोटेशन के आधार पर पांच के बैच में इंट्री मिलेगी। उन्हें हॉस्टल भी एलॉट किया जाएगा।

डॉ। जया कपूर

पीआरओ, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

छह से आठ तक की क्लासेज आज से चलेंगी

उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले के बेस पर मंगलवार से कक्षा नौ से 12वीं तक फुलफ्लेज क्लासेज का संचालन शुरू हो गया। स्टेट की गाइड लाइन के अनुसार बुधवार से कक्षा छह से लेकर आठ तक के क्लासेज का संचालन भी शुरू हो जाएगा। सभी क्लासेज के छात्र एक दिन नहीं बुलाये जाएंगे। उनके लिए रोटेशन निर्धारित कर दिया गया है। इसके अनुसार एक क्लास के छात्र सप्ताह में दो दिन स्कूल आएंगे। उधर, प्राइवेट स्कूलों ने आफलाइन क्लासेज पर छात्रों को आप्शन दे दिया है। यानी यहां आनलाइन क्लासेज का संचालन भी जारी रहेगा।

Posted By: Inextlive