अफसरों ने किया गंगा पूजन
प्रयागराज (ब्यूरो)। संगम तट पर हर साल लगने वाले माघ मेल की पहचान कल्पवास है। इस बार कल्पवास की शुरुआत 17 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर स्नान के साथ होगी। कमिश्नर संजय गोयल के मुताबिक इस बार 640 हेक्टेयर जमीन पर 5 सेक्टर में मेले को बसाया जा रहा है। मेले में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ सीसीटीवी कैमरे से भी पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। कमिश्नर के मुताबिक सरकारी संस्थाओं को जमीन आवंटित कर दी गई है और तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। साधु-संतों वह धार्मिक संस्थाओं को 22 दिसंबर से जमीन आवंटित की जाएगी। जिसका शेड्यूल भी मेला अधिकारी ने जारी कर दिया है।
नदी में पानी बढऩे से हुई देरी
कमिश्नर ने कहा कि इस बार गंगा नदी में पानी छोड़े जाने से तैयारियों में विलंब जरूर हुआ है लेकिन हम आश्वस्त हैं कि सभी तैयारियां मेला शुरू होने से पहले पूरी कर ली जाएंगे। बताया कि कोविड संंक्रमण के मद्देनजर हर सेक्टर में जांच की व्यवस्था रहेगी। मेले में वैक्सीनेशन सेंटर भी बनाया जाएगा। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना जरूरी किया गया है। यह नियम कल्पवासियों पर भी लागू होगा।
महत्वपूर्ण स्नान पर्व
14 जनवरी मकर संक्रांति
17 जनवरी पौष पूर्णिमा
01 फरवरी मौनी अमावस्या
05 फरवरी बसंत पंचमी
16 फरवरी माघी पूर्णिमा
01 मार्च महाशिवरात्रि