सिविल लाइंस हनुमान मंदिर चौकी से फायर स्टेशन चौराहे तक फुटपाथ पर कब्जा
प्रयागराज ब्यूरो । सिविल लाइंस हनुमान मंदिर चौकी चौराहा से फायर स्टेशन चौराहे तक एक खूबसूरत सड़क बनाई गई। इसे चौड़ा किया गया और पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ का निर्माण हुआ। शहर के तमाम लोग इसे बिजली घर रोड के नाम से जानते हैं। सड़क से हर रोज हजारों लोग स्टेशन व चौक सहित अन्य क्षेत्रों जाते हैं और आते भी हैं। रोड काफी चालू और यात्रियों के लिए उपयोगी भी है। इन दिनों सिविल लाइंस की इस महत्वपूर्ण सड़क के फुटपाथ पर गर्म कपड़ा बेचने वाले दुकानदारों का कब्जा हो गया है। पुलिस चौकी से लेकर फायर स्टेशन चौराहे तक फुटपाथ ही नहीं इन दुकानदारों का आधी सड़क तक कब्जा है। खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों की वजह से बची हुई आधी सड़क का भी आधा हिस्सा कब्जा हो जाता है। ऐसे में यह अच्छी खासी चौड़ी रोड सिकुड़ कर गली में तब्दील हो जाती है। बची हुई गली नुमा रोड की जगह पर ई-रिक्शा चालक कब्जा कर लेते हैं। इससे चौक व रेलवे स्टेशन, मुट्ठीगंज, अटाला, करेली आदि इलाकों में आने जाने वाले हजारों लोग जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। इस पिच रोड पर सफर करने वाले वाहनों के चालक एक्सीडेंट जैसी आशंका से डरे सहमे रहते हैं। आए दिन इस रोड पर दुकानदारों व खरीदारी करने आए लोगों या ई-रिक्शा चालकों को आम यात्रियों से झगड़ते देखा व सुना जाता है। समस्या से जूझ रहे हजारों यात्रियों की इस समस्या की ओर नगर निगम, पीडीए या पुलिस अथवां जिला प्रशासन कोई भी ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहा।
किसके आदेश पर बस गया बाजारसिविल लाइंस हनुमान मंदिर चौकी से बिजली घर फायर स्टेशन जाने वाली रोड के फुटपाथ पर कब्जा करने वाले दुकानदारों को आदेश किसने दिया
किसके आदेश पर हजारों यात्रियों को परेशान करके निजी स्वार्थ में फुटपाथ व सड़क पर कब्जा किया गया है यह बताने वाला कोई नहीं है
जानकार बताते हैं कि इन दुकानों को लगवाने व सरकार की मंशा को धूल में मिलाने के पीछे नगर निगम व पुलिस के कुछ जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति है
इस मौन स्वीकृति व अनदेखी के पीछे का मकसद क्या है? इसे लेकर सफर करने वाले परेशान हो रहे हजारों यात्रियों धनादोहन की चर्चा है
सड़क और फुटपाथों पर कब्जा शहर की लाइलाज बीमारी बन गई है। फुटपाथ ही नहीं सड़क तक पर दुकानदार कब्जा कर रखे हैं। वह भी सिविल लाइंस जैसे पॉश इलाके में। इन चंद दुकानदारों के चलते हजारों यात्री परेशान हो रहे हैं। चंद लोगों की सुविधा के लिए हजारों लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
दिनेश सिंह, राजापुर
अमलेश यादव, राजापुर फुटपाथ पर दुकानदारों व ई-रिक्शा के कब्जे की समस्या हर जगह है। रोजगार करने व बेरोजगारी मिटाने की स्वतंत्रता के नाम पर चंद लोग स्वच्छंद हो गए हैं। वह दूसरों यानी यात्रियों की समस्याओं का ख्याल किए बगैर अपनी मनमर्जी से जहां पा रहे दुकान लगाकर कब्जा कर ले रहे हैं। यह स्थिति निश्चित रूप से गलत है।
अभिषेक गुप्ता, बैरहना
पटरियों व सड़कों पर कब्जे की स्थिति धीरे-धीरे सिविल लाइंस में चौक व कटरा वाली बनती जा रही है। पुलिस चौकी से फायर स्टेशन चौराहा जाने वाली बिजली घर तक फुटपाथ ही नहीं आधी से अधिक सड़क तक पर गर्म कपड़ों का बाजार लग गई है। बची खुची रोड पर ई-रिक्शा का कब्जा रहता है। अधिकारियों को चाहिए कि वह फुटपाथ व सड़कों को खाली कराएं।
दीपू, झूंसी