ओ चाहिए या डी
विनय कुमार सिंह
प्रयागराज (ब्यूरो)।
केस 01
स्थान - चौक मार्केट
शॉप - ब्यूटी प्रोडक्ट्स
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर ने चौक पहुंचकर वहां एक-दो तो नहीं बल्कि कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स बिकने वाली दुकानों को चेक किया। वहां फुटकर में माल खरीदने वाले पहुंचे दुकानदार से हर एक प्रोडक्ट्स का 'ओÓ या 'डीÓ पूछा जा रहा था। उनका यह कोडवर्ड समझ में नहीं आया। जब उन्होंने सामान दिखाना शुरू किया तो उनमें 'ओÓ या 'डीÓ की पहचान कर पाना मुश्किल हो गया। हर एक प्रोडक्ट में छोटी सी ही सिमिलारिटी थी। किसी प्रोडक्ट्स के कलर फेड का अंदर था तो किसी के स्पेलिंग में मिस्टेक थी। फिलहाल मार्केट में डुप्लीकेट का सामान ज्यादातर छोटे दुकानदार खरीदते मिले। मार्केट एक्सपर्ट की मानें तो अब 72 परसेंट डी यानी डुप्लीकेट की खपत है। क्योंकि पब्लिक को छूट देने के बाद भी फुटकर और होल सेल दुकानदार दोनों का अच्छा खासा मुनाफा का खेल होता है। चौक मार्केट में पर डे डुप्लीकेट ब्यूटी प्रोडक्ट्स दस से 12 लाख रुपये तक का माल बिकता है।
ब्यूटी प्रोडक्ट्स सिर्फ फ्रेगरेंस से आईडेंटिफाइ
अगर आप किसी प्रोडक्ट्स के रेग्युलर यूजर हैं, तो उसकी फ्रेगरेंस से भी काफी फैमिलियर हो जाते हैं। ऐसे में प्रोडक्ट खरीदने से पहले हो सके तो उसकी फ्रेगरेंस जरूर देखें। इसके अलावा प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग डेट, एड्रेस, एक्सपायरी डेट जरूर देखें। ओरिजनल प्रोडक्ट में जहां यह कंप्यूटर प्रिंटिंग में होती है, वहीं डुप्लीकेट में यह स्टांप से लगी दिखाई देती है। यह कई बार प्रोडक्ट्स की डुप्लीकेसी पहचानने में हेल्प करते हैं। डुप्लीकेट प्रोडक्ट्स में बारकोड भी कई बार मिसिंग होता है। डुप्लीकेट प्रोडक्ट में एमआरपी आम तौर पर प्रोडक्ट पर नहीं लिखी जाती है।
यह प्रोडक्ट्स सबसे ज्यादा पुरानी पैकिंग में
शहनाज हुसैन की फेशियल किट
- लैक्मे का फाउंडेशन
- डेनिम का डियोड्रेंट
- एक्स के डियोड्रेंट
- निविया की क्रीम
- फेयर एंड लवली
- गार्नियर
- लॉरियल के प्रोडक्ट्स
- वीएलसीसी की किट
केस 02
स्थान - शाहगंज मार्केट
दुकान - इलेक्ट्रानिक उपकरण
इलेक्ट्रानिक बाजारों में शुमार शाहगंज में इलेक्ट्रिक उपकरण सबसे ज्यादा डुप्लीकेट बिक रहे हैं। जो हर तरह के ओरिजनल पाट्र्स से बिल्कुल मिलता-जुलता है। जिसको पहचाना तो दूर खुद छोटे दुकानदार तक धोखा खा जाते हैं। क्योंकि उनको भी नहीं मालूम होता। आखिर कौन सा उपकरण ओ और डी है। पहचान के लिए होलसेलर उन उपकरणों पर मार्क करके रखते हैं। कंपनी बिल्कुल ओरिजनल वाले नाम से ही मिलती है। बस रेट में अंतर होता है। रिपोर्टर ने यहां के दुकानदारों से बात की सभी ने बस एक ही बात बताया कि होलसेल दुकानदारों ने ओरिजनल बताकर दिया है। तो ओरिजनल माने लें। इस पूरे शाहगंज मार्केट में पर डे 30 से 35 लाख से अधिक व्यापार होता है। जिसमें 65 प्रतिशत डी और 35 प्रतिशत ओ खरीदा जाता है।
ग्राहक इन 3 तरीकों से शिकायत दर्ज करा सकते हैं-
- 1800114000 या 14404 पर ग्राहक कॉल कर दुकानदार, सर्विस प्रोवाइडर या फिर डीलर की शिकायत कर सकते हैं।
- 8130009809 पर मैसेज के जरिए भी शिकायत कर सकते हैं।
- मैसेज करने के बाद आपके पास एक कॉल आएगी और कॉल पर आप अपनी कंप्लेंट दर्ज करा सकते हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन कंप्लेंट रजिस्टर कर सकते हैं।
आपकी कंप्लेंट रजिस्टर हो जाएगी और आपको एक कंप्लेंट नंबर दिया जाएगा ताकि आप इसका प्रयोग कर सकें।
चुकानी होगी फीस
आपको अपनी कंप्लेंट दर्ज कराने के बाद कुछ फीस अदा करनी होगी। आपको 100 रुपए से लेकर 4,000 रुपए तक की फीस अदा करनी पड़ सकती है। ये फीस आपकी कंप्लेंट किस तरह की है, उस पर निर्भर करती है। अगर आपकी शिकायत 1 लाख रुपए तक के केस के लिए है तो 100 रुपए की फीस देनी होगी। 1 से 5 लाख रुपए तक के केस के लिए 200 रुपए, 10 लाख तक के केस के लिए 400 रुपए, 10 से 20 लाख तक के केस के लिए 500 रुपए, 20 से 50 लाख तक के केस में 2,000 रुपए ओर 1 करोड़ तक के मामले के लिए 4,000 रुपए फीस अदा करनी होगी।
अब तक हुई कार्रवाई
1- 26 जून 2021 को बहादुरगंज में नकली कास्मेटिक के सामान बेच रहे पकड़े गए थे पांच दुकानदार
- फेस पाउडर से लेकर लिपिस्टिक और नेल पालिस सहित लाखों रुपये का नकली सामान हुआ जब्त
2 - 20 अक्टूबर 2020 को झूंसी पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के नाम से नकली खाद्य और कॉस्मेटिक कीमत लगभग दस लाख रुपये का किया जब्त
- एसपी रहे धवल जायसवाल की टीम ने अशोक कुमार नाम के दुकानदार के यहां छापेमारी कर नकली समान पकड़ा था
3- 21 मार्च 2020 को कोतवाली क्षेत्र स्थित चौक में एक दुकान से भारी मात्रा में नकली सैनिटाइजर के साथ दुकानदार को गिरफ्तार किया था।
4 - 24 अक्टूबर 2021 को प्रयागराज और कौशाम्बी बॉर्डर के कटहुला महारानी नाम के फैक्ट्री में छापेमारी कर जानेमाने कंपनियों के नाम से तैयार किये जा रहे नकली सैनिटाइजर को जब्त किया गया था।