अब जागा पीडीए तो खाली हुआ फ्लैट
प्रयागराज (ब्यूरो)।आवंटन निरस्त होने के बावजूद पीडीए अपने ही फ्लैट को खाली कराने के बजाय दूसरों का घर तोड़ता रहा। अवैध प्लाटिंग पर जेसीबी चलाने वाले पीडीए को अपने फ्लैट खाली कराने में कई साल लग गए। चिराग तले अंधेरा की यह हकीकत शनिवार को साबित हुई। आईडीएच परिसर आवास योजना के 13 फ्लैट फोर्स के साथ पहुंच कर खाली कराया गया। यह कार्रवाई फ्लैट पर कब्जे की बात शीर्ष अफसरों को मालूम चलने के बाद की गई। इसके पहले जोनल अफसर व अन्य जिम्मेदार कान में तेल डालकर बैठे रहे। खाली कराया गए गए फ्लैट एक करोड़ से भी अधिक के बताए गए हैं।
अल्लापुर में स्थित हैं यह फ्लैट
शहर के अल्लापुर में कुछ वर्षों पूर्व आईडीएच परिसर आवास योजना के तहत बिल्डिंग बताई गई थी। बताते हैं कि आईडब्लूएस श्रेणी के इस फ्लैट आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। कहा जा रहा है कि इसमें 13 फ्लेट ऐसे थे जिसका आवंटन निरस्त कर दिया गया था। बावजूद इसके लोग उस फ्लैट में रह रहे थे। इसके पीछे पीडीए के चंद जिम्मेदारों की मेहरबानी बड़ी वजह कही जा रही है। खैर, आवंटन निरस्त होने के बावजूद फ्लैट में कब्जे की बात शीर्ष अफसरों तक जा पहुंची। सूत्रों की मानें तो इसके बाद उन अफसरों का पारा चढ़ गया। अधिकारियों के रुख को देखते हुए पीडीए की टीम शनिवार को अल्लापुर स्थित फ्लैट को कब्जा मुक्त कराने जा पहुंची। सुरक्षा के लिहाज से टीम के द्वारा पुलिस के जवानों को भी लिया गया था। पुलिस के जवानों की मौजूदगी में पूर्व से आवंटन निरस्त होने के बावजूद कब्जा युक्त फ्लैट को खाली कराया गया। खाली कराए गए कीमती सभी फ्लैट को पीडीए ने कब्जे में ले लिया है। कार्रवाई के वक्त जोनल अधिकारी अजय कुमार, कर समाकर्ता गुलाबचंद्र, राजस्व निरीक्षक राजेश यादव, मिथलेश कुमारी, राजस्व सहायक लक्ष्मी नारायण स्वर्णकार तथा प्रवर्तन दल की टीम भी मौजूद रही। टीम द्वारा की गई कार्रवाई से सम्बंधित कुछ और जानकारी के लिए जोनल अफसर को कई दफा फोन लगाया गया। मगर, बेल जाती और पर उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।