भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है. हर रोज लगभग लाखों-करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. जिसकी एक वजह ये भी है कि रेलवे हर वर्ग के लोगों को उनकी सहूलियत के अनुसार यात्रा करने की सुविधा देती है. यही वजह है कि आज भी ट्रेन से सफर करना हर भारतीय के जीवन का हिस्सा है. सफर के दौरान खाने की सुविधा भी दी जाती है. कई बार लोगों को ट्रेन के खाने से शिकायत रहती है. यात्रियों को ज्यादा पैसे देने के बावजूद भी उस क्वालिटी का खाना नहीं मिलता जैसा वो चाहते हैं. ऐसे में लोगों को निराशा होती है. अब इन शिकायतों पर रेलवे गंभीरता दिखा रहा है. यात्रियों कि इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम आइआरसीटीसी ने अपने सभी 50 बेस किचन में फूड से टी सुपरवाइजर की नियुक्ति करेगा.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। रेलवे खाने के टेस्ट और क्वालिटी को लेकर बेहद गंभीर है। ये नियुक्ति किये जाने वाले सुपरवाइजर खाना बनाने की प्रक्रिया को जांचने के साथ-साथ खाने में डाली जाने वाली चीजें जैसे तेल, घी, मसाले आदि चीजों की भी जांच करेंगे। ऐसे में अब माना जा रहा है कि शानदार और स्वादिष्ट भोजन ही यात्रियों को परोसा जाएगा। साथ ही यात्रियों से फीडबैक भी लेंगे। आइआरसीटीसी उपभोक्ता संतुष्टि के लिए सर्वे भी कराएगा। मोबाइल के माध्यम से यात्री अपना फीडबैक दे सकेंगे।

लैब में होगा टेस्ट
भोजन की गुणवत्ता चेक करने के लिए लैब टेङ्क्षस्टग भी होगी। लैब टेङ्क्षस्टग में कच्चा व पका हुआ भोजन दोनों का टेस्ट होगा। आइआरसीटीसी ने फूड सेफ्टी टी सुपरवाइजर, उपभोक्ता संतुष्टि हेतु सर्वे व भोजन की लैब टेङ्क्षस्टग के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है। दो साल के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। कोरोना लाकडाउन के बाद से ट्रेनों में बंद हुई कैटङ्क्षरग की सेवा 15 फरवरी से पूरी तरह बहाल हो गई है। इस सुविधा के शुरू होने पर प्रयागराज जंक्शन पर मौजूद तमाम यात्रियों ने इसके लिए रेलवे को धन्यवाद दिया है। सबका एक ही कहना था कि रेलवे की डिजिटल पेमेंट के बाद इस ओर ध्यान देना यात्रियों की सुविधा और दिक्कत पर ध्यान देने का काम कर रहा है।

Posted By: Inextlive