अब गुड्डू और शाइस्ता हैं पुलिस की टारगेट
50 हजार की इनामी शाइस्ता को साजिश की पूरी जानकारी होने का संकेत, नामजद है हत्याकांड मेंउमेश पाल हत्याकांड के जरिए पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले दहशतगर्दों में अब गुड्डू मुस्लिम का नाम टॉप पर आ गया है। इसके बाद होगा अतीक की बेगम शाइस्ता परवीन का नंबर। गुड्डू की तलाश में एसटीएफ के साथ पूरी टीम लगा दी गयी है। वैसे गुरुवार को हवा उड़ी की पुलिस टीम ने गुड्डू का भी काम लगा दिया है लेकिन शाम तो पता चला कि वायरल होने वाले मैसेज में कोई दम नहीं है। वह प्योर अफवाह ही थी।लम्बा आपराधिक इतिहास है गुड्डू का
उमेश पाल हत्याकांड में जो लोग नामजद किये गये या जिनके नाम एफआईआर से सामने आये उसमें अतीक सबसे ऊपर था। घटना के दिन गुजरात जेल में बंद रहे अतीक और बरेली जेल में बंद रहे उसके भाई अशरफ पर साजिश रचने का आरोप है। अतीक गैंगस्टर है और उसके खिलाफ मुकदमों का शतक पूरा हो चुका है। उमेश पाल कांड में दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में सबसे ज्यादा मुकदमे भी उसी के खिलाफ थे। बाकी जितने भी शूटर शामिल थे, कांड भले ही उन्होंने कितने भी किये हों, लेकिन रिपोर्टेड केसेज की संख्या बेहद कम थी। असद के खिलाफ पहला ही मुकदमा दर्ज हुआ था। पहली बार ही शाइस्ता भी किसी मुकदमे में नामजद हुई थी। पुलिस मुठभेड़ में मारे गये गुलाम, अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान के खिलाफ भी मुकदमों की लम्बी चौड़ी फेहरिश्त नहीं थी। यानी इस कांड में बम फोड़कर दहशत फैलाने वाले गुड्डू मुस्लिम का नाम इस कांड में ऐसा है जिसका बिहार, नेपाल से लेकर गोरखपुर तक कनेक्शन है। उसके खिलाफ मुकदमो की संख्या भी ज्यादा है। इसी के चलते वह इस समय टॉप टारगेट है। अब उसका कोड नाम भी पुलिस को पता चल चुका है तो माना जा रहा है कि जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में होना चाहिए या फिर कहीं मुठभेड़ में मार गिराया जाय। गुड्डू के अलावा मरियाडीह गांव के रहने वाले शूटर साबिर और बिहार में आरा जनपद के अरमान भी पांच लाख रुपये के फरार इनामी हैं।