अब गंगा व यमुना में भी दौड़ेगी 'डॉयल 112'
प्रयागराज (ब्यूरो)। माघ मेला में गंगा और यमुना नदी के जल में भी डॉयल 112 एक कॉल पर दौड़कर मदद के लिए पहुंच जाएगी। इस बात पर आप को यकीन भले नहीं हो रहा हो, पर बात सोलह आना खरी है। दरअसल मेला में स्नान के वक्त श्रद्धालुओं के डूबने या बहने का खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में पुलिस को समय से खबर नहीं मिल पाने के कारण डूबने या बहने वाले व्यक्ति के जान पर बन आती है। ऐसी सिचुएशन में अब घाट पर मौजूद कोई भी श्रद्धालु 112 नंबर पर कॉल करके खबर दे सकेगा। खबर मिलते ही नदियों में तैनात 112 मोटर वोट के जवान पानी में दौड़ते हुए पहुंच कर मदद में जुट जाएंगे। इस सुविधा का शुभारंभ बुधवार को किया गया। नदियों में इस सुविधा के हो जाने से स्नानार्थियों की सुरक्षा काफी पुख्ता हो गई है।
हर वक्त मौजूद होगी यह वोट
अगले साल 2025 में संगम की रेत पर महाकुंभ लगेगा लगेगा। इसकी तैयारी में जुटी सरकार व प्रशासनिक अफसर इस बार मेले में कई नए प्रयोग कर रहे हैं। ताकि महाकुंभ में इन सुविधाओं को पूरी तरह से लागू करके श्रद्धालुओं को लाभ दिया जा सके। मेला में सबसे बड़ी समस्या स्नानार्थियों के डूबने व बहने की स्थिति में फौरन पुलिस मदद की होती है। क्योंकि समय से खबर नहीं मिल पाने के कारण घटना के वक्त बचाव में पुलिस देर से पहुंच पाती थी। यदि समय से खबर मिल भी जाती थी तो भीड़ के चलते पुलिस को पहुंचने वक्त लग जाता था। मगर अब ऐसा नहीं होगा। गंगा और यमुना दोनों ही नदियों के जल में डूब रहे व्यक्ति को बचाने के लिए एक कॉल पर डॉयल 112 मोटर बोट पानी पर दौड़ते हुए चंद मिनटों में पहुंच जाएगी। चूंकि मोटर बोट पानी में चलेगी इस लिए इसे जाम में फंसने या सड़कों से होकर पहुंचने वक्त लगने जैसी समस्या खत्म हो गई है। अब किसी को भी डूबते हुए देखकर घाट पर मौजूद देश या विदेश का कोई भी श्रद्धालु इस नंबर पर फोन करके अपनी ही भाषा में सूचना दे सकेगा। उसकी भाषा को पुलिस के जवान ऐप के माध्यम से अपनी भाषा में कनवर्ट कर लेंगे। इस काम में तनिक भी देर नहीं लगेगी। पलक झपकते सूचना देने वाली की भाषा कनवर्ट करके पुलिस समझ लेगी और मदद के लिए फौरन पानी पर मोटर वोट के जरिए दौड़ पड़ेगी।
माघ मेला में स्नानार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर मोटर वोट डॉयल 112 का शुभारंभ किया गाया है। यह सुविधा पहली बार मेला में शुरू की गई है। मदद के लिए कॉल करने वालों की भाषा आड़े नहीं आएगी। लोग अपनी ही भाषा में कॉल करेंगे और विभाग उसे फौरन ऐप से कनवर्ट करके समझ लेगा और मदद में डॉयल 112 जल पुलिस पहुंच जाएगी। महाकुंभ में यह वोट और बढ़ाई जाएगी।
नीना रावत एडीजी 112
मेला क्षेत्र में संगम एरिया में एनडीआरएफ की महिला विंग भी तैनात की गई है। एनडीआरएफ की दो टीम वीआईपी घाट, संगम घाट, अरैल घाट और रामघाट पर नजर रखेगी। एनडीआरएफ की दो टीमों में सत्तर बचाव कर्मी, 12 वोट शामिल है। एनडीआरएफ में मेडिकल स्टाफ भी शामिल है। जोकि वीआईपी घाट पर नि:शुल्क उपचार के लिए तैनात की गई है।