बढ़े हुए गृह व जल कर में राहत की उम्मीद हुई धूमिल घटने की उम्मीद टूटीकार्यकारिणी समिति की बैठक में जमीन के नामांतरण यानी असेसमेंट शुल्क बढऩे का प्रस्ताव पास

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। जमीन खरीद कर नगर निगम में नामांतरण कराना अब और भी महंगा हो जाएगा। लोगों द्वारा खरीद की जाने वाली जमीन की कीमत के आधार पर नामांतरण शुल्क नगर निगम वसूल करेगा। इस शुल्क की वसूली के लिए कुल तीन स्लैब बनाए गए हैं। तीनों स्लैब में अलग-अलग रेट और शुल्क में ग्रोथ होगा। इस आशय का प्रस्ताव शुक्रवार को हुई नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में पेश किया गया है। जमीन के नामांतरण शुल्क के इस प्रस्ताव पर कार्यकारिणी समिति की बैठक में मुहर लग चुकी है। कार्यकारिणी समिति की बैठक में मंजूर इस प्रस्ताव पर नगर निगम सदन की हरी झण्डी का मिलना शेष है। सुबह करीब 11 बजे से शुरू हुई यह बैठक बैठक रात करीब आठ बजे खत्म नहीं हुई। बैठक में बिन्दुवार पेश किए गए प्रस्तावों में कार्यकारिणी समिति के सामने चर्चा की गई। बैठक में बढ़े हुए गृह कर व जल के घटने की उम्मीद दम तोड़ती हुई नजर आई। हाउस व जल कर में किसी तरह के संसोधन पर चर्चा नहीं की गई। इस तरह बढ़ाए गए कई तरह के शुल्क एवं कर के आधार पर नगर निगम के मूल आय वित्तीय वर्ष 2023-2024 में करोंड़ों का ग्रोथ होगा। बढ़ी हुई इनकम का पैसा नगर निगम पेश किए गए विकास व पेयजल जैसी अन्य सुविधाओं पर खर्च करने पर चर्चा हुई।

अब सदन में होगी इस पर चर्चा
मिटिंग में नगर निगम कार्यकारिणी समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी के द्वारा की गई। इनके साथ नगर आयुक्त से लेकर नगर निगम के करीब सात जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक की प्रक्रिया सुबह करीब 11 बजे से शुरू हुई। इस बैठक में सबसे पहले नगर निगम के बजट से सम्बंधित प्रस्ताव समिति के सामने पेश किए गए। कार्यकारिणी समिति के सामने प्रारम्भिक अवशेष बजट पेश किया गया। बताया गया कि यह बजट मौजूदा समय में 1, 81,50,17,127.48 रुपये है। ्रवर्ष की कुल अनुमानित आय 8,80,19,55,000.00 होगी। इस चर्चा के बाद नगर निगम की बढ़ाई गई के लक्ष्य को प्राप्त करने के माध्यमों पर चर्चा की गई। इसके लिए नगर निगम में जमीन के नामांतरण शुल्क में बढ़ोत्तरी करने का प्रस्ताव पेश किया गया। तीन स्लैब में पेश किए गए इस प्रस्ताव में बताया गया कि 50 लाख के ऊपर कीमत वाले जमीन या मकान के नामांतरण पर एक प्रतिशत शुल्क बढ़ाया जाएगा। मतलब यह कि 50 लाख की जमीन पर 50 हजार रुपये का शुल्क असेसमेंट के लिए लोगों को नगर निगम में जमा करना होगा। इसके पहले इस रेट के जमीन या मकान का नामांतरण शुल्क करीब चार हजार रुपये ही लगते थे। कार्यकारिणी समिति की बैठक में रहे कुछ अफसरों के मुताबिक 15 से 50 लाख तक कीमत वाले जमीन या मकान के नामांतरण शुल्क पर आधा प्रशित की ग्रोथ के प्रस्ताव पेश किए गए हैं। शून्य से 15 लाख तक के मकान या जमीन पर नामांतरण शुल्क 0.25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है। बताया यह भी कि पेश किए गए इस प्रस्ताव पर कार्यकारिणी समिति की मुहर लग गई है। अभी सदन की बैठक में इसका पास होना शेष है। सदन की बैठक में यह प्रस्ताव पास होने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजकर लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यदि नगर निगम के सदन में कार्यकारिणी समिति द्वारा पास हुए इस प्रस्ताव को अनुमति नहीं मिली तो बढ़े हुए इस नामांतरण शुल्क में संशोधन हो सकता है। बताते चलें कि नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक रात करीब आठ बजे तक जारी रही। इस लिए कई ऐसे बिन्दु व प्रस्ताव पर हुए निर्णयों की डिटेल स्पष्ट नहीं हो सकी।

हाउस टैक्स पर न चर्चा हुई न परिवर्तन
हाउस टैक्स व वाटर टैक्स को लेकर नगर निगम द्वारा कुछ महीने पहले सर्वे कराया गया था। इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर बढ़े हुए दोनों ही कर के घटने की उम्मीद लोग लगाए थे। लोगों का मानना था कि बढ़ाए गए इस कर को घटाने के मुद्दे पर कार्यकारिणी समिति की बैठक कुछ राहत भरे प्रस्ताव पेश हो सकते हैं। मगर इस बैठक में बुधवार को लोगों की उम्मीद टूटती हुई नजर आई। हाउस टैक्स व जल कर घटाने को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। इस मुद्दे पर बताया यह गया कि समिति के द्वारा एक टीम गठित करने की बात कही गई है। इस समिति की रिपोर्ट के आधार पर दोनों ही कर पर निर्णय लिए जाने पर सहमति बनी है।

कार्यकारिणी समिति की बैठक में सारे प्रस्ताव पेश किए गए हैं। अभी कई ऐसे प्रस्ताव हैं जिस पर चर्चा होना शेष है। नामांतरण शुल्क को लेकर पेश प्रस्ताव को समिति ने पास कर दी है। अब इसे सदन की बैठक में रखा जाएगा।
उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, महापौर

Posted By: Inextlive