शुक्रवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में धरना देने वाले छात्र खदेड़े गये प्रमोट करना है मांगफरवरी तक एडमिशन और बेतहाशा छुट्टियों से क्लास प्रभावित होने का आरोपइलाहाबाद यूनिवर्सिटी में विधि छात्रों का गुस्सा ठंडा पड़ा तो अब बीए व बीएससी एवं बी-कॉम प्रथम वर्ष के छात्र मोर्चा खोल दिए है. पिछले कुछ दिनों से परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के सामने इन छात्रों का धरना प्रदर्शन चल रहा है. शुक्रवार को धरना शुरू होते ही पुलिस द्वारा छात्रों को खदेड़ दिया गया. प्रदर्शन कर रहे छात्र इस बात से खफा हैं कि उनका कोर्स पूरा नहीं हुआ और परीक्षा की डेट घोषित कर दी गई. हफ्ते पंद्रह दिन में कुछ कोर्स पूरा करके खाना पूर्ति की गई है. हालांकि छात्रों की इन बातों को सुनने व समझने वाला कोई नहीं हैं. समस्या को लेकर आवाज उठा रहे छात्रों में मुकदमे का डर इतना है कि वह नाम तक बताने से कतरा रहे हैं.


प्रयागराज (ब्यूरो)। छात्रों ने कहा कि उनके साथ यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार नाइंसाफी कर रहे हैं। कहना है कि जनवरी से फरवरी महीने तक बीए में एडमिशन लिए गए हैं। शनिवार व रविवार को क्लास वैसे भी बंद रखी जाती है। इन छुट्टियों के साथ एक महीने गर्मियों का अवकाश भी हुआ। त्योहारों को लेकर भी काफी छुट्टियां रही हैं। छात्र बताते हैं कि इन छुट्टियों के चलते कक्षाएं पूर्णरूप से नहीं चलाई गईं। बमुश्किल 45 से 50 दिन ही कक्षाएं चली हैं। कई विषय ऐसे हैं जिन्हें कोरम पूरा करने के लिए पंद्रह दिन में समाप्त कर दिया। इससे छात्रों को सही तरीके से विषय समझ में नहीं आया। ठीक से पढ़ाई नहीं हुई और कुछ कोर्स भी अधूरे हैं। कहना है कि बावजूद इसके 16 अगस्त से परीक्षा की डेट घोषित कर दी गई है। जब कोर्स ही पूरे नहीं तो छात्र परीक्षा कैसे देंगे।


दर्ज हो चुके हैं दो मुकदमे

कुछ छात्रों के मुताबिक उनकी मांग है कि ऐसी स्थिति में उन्हें प्रमोट किया जाय या फिर प्रॉपर कक्षाएं चलाकर सभी का कोर्स पूरा कराया जाय। यही वह समस्या और मांग है जिनको लेकर छात्र आंदोलनरत हैं। आंदोलन कर रहे इन छात्रों पर अब तक दो मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इन मुकदमों में कुल पांच छात्र नामजद व दो सौ से अधिक अज्ञात शामिल हैं। शुक्रवार को परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पर फिर प्रदर्शन के लिए पहुंचे छात्रों को पुलिस द्वारा खदेड़ दिया गया। परीक्षा नियंत्रक कार्यालय से इकट्ठा हुए छात्रों को भगाने के बाद भी पुलिस का डेरा रहा। पुलिस भी डटी रहीकर्नलगंज व जार्जटाउन थाने की फोर्स के साथ खुद सीओ यहां शांति और सुरक्षा में डटे रहे। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों की इन बातों को सिरे से खारिज करता है। पूर्व में दर्ज हुए मुकदमों को देखते हुए डरे सहमे छात्र अब खुलकर नाम बताने से भी कतरा रहे हैं।

पुलिस का काम शांति व्यवस्था को बनाए रखना है। इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शन करने के लिए कुछ छात्र आए थे उन्हें हटा दिया गया है।अजीत सिंह चौहान, सीओ कर्नलगंज

Posted By: Inextlive