यहां आग नहीं, धुआं और राख दे रही राहत?
प्रयागराज (ब्यूरो)। कड़ाके की इस ठंड में सिविल लाइंस रोड वेज बस स्टैंड पर अलाव की व्यवस्था कंडम है। यहां ठंड से राहत पाने के लिए गीली लकड़ी का धुआं और जलाए गए कागज की राख से यात्री राहत पाने की कोशिश करते रहे। यह तस्वीर बुधवार को उस वक्त सामने आई जब रिपोर्टर अलाव की हकीकत जानने के लिए बस स्टैंड पर पहुंचा।
यहां अलाव की है सख्त जरूरत
मुख्य गेट पर पीपल के नीचे गली लकड़ी थोड़ी सी राख के डेढ पर सुलग रही थी। आसपास तीन चार लोग उठ रहे धुएं से राहत की आस लगाए बैठे तो कुछ खड़े थे। यह सीन दोपहर बाद करीब दो बजे का था। यात्री ठिठुरते हुए इधर उधर बस की तलाश में भठते रहे। पूछने पर पता चला कि परिसर में कहीं पर भी कोई अलाव नहीं जलता। यह सुनने के बाद रिपोर्ट बस स्टैंड के पीछे साइकिल स्टैंड की तरफ पहुंचा। क्योंकि यहां से प्रतापगढ़, सुल्तानपुर सहित अन्य जनपदों के लिए यात्रियों को बस मिलती है और भीड़ रहती है। परिचालकों ने बताया कि इस साइड भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है। ठंड जब अधिक लगती है तो आसपास से कागज बटोर कर जला लेते हैं। आज सुबह ठंड अधिक थी इस लिए कार्नर में कागज जलाया गया था पर वह कब तक चलेगा। वह राख पड़ी है जहां दो यात्री इस उम्मीद में बैठे हैं कि शायद थोड़ी राहत मिल जाय।
मान सिंह, परिचालक रोडवेज लालगंज डिपो यहां अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है। सैकड़ों यात्री ऐसे ही इस ठंडी में ठिठुरते रहते हैं। दिक्कत तो लोगों को भी हो रही है। मगर कर क्या सकते हैं। अलाव के नाम पर एक दो लकड़ी का कुंदा बाहर गेट के पास सुलगा कर चले जाते हैं। वह भी किसी मतलब का नहीं, कोई धुआं में तो हाथ सेकेगा नहीं।
विनोद सिंह, चालक प्रयाग डिपो
हमारे प्रतापगढ़ में बस स्टैंड पर अलाव की व्यवस्था अच्छी है। यहां सिविल लाइंस बस स्टैंड पर तो आज तक कहीं अलाव नजर नहीं आया। इस बस स्टैंड पर अलाव की सख्त जरूरत है। सिर्फ चालकों व परिचालक ही नहीं यात्री भी बगैर अलाव ठिठुरते रहते हैं। नगर निगम को ध्यान देना चाहिए। प्रतापगढ़ में तो नगर पालिका ही जलवाता है।
सियाराम गिरि, चालक प्रतापगढ़ डिपो