मॉल और मूवी थियेटर में भी पसरा रहा सन्नाटा

प्रयागराज ब्यूरो । स्ट्रीट फूड मार्केट में दुकानें खुली ही नहीं, पब्लिक भी घर से नहीं निकली
शनिवार की रात प्रदेश की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए अंजाम दिया गया अतीक अशरफ हत्याकांड के बाद पूरे जिले में निशेधाज्ञा लागू कर दिये जाने के चलते रविवार को शहर में कोई आयोजन नहीं हुआ। पब्लिक प्लेस पर होने वाले आयोजन हों या फिर बंद कमरे में, सभी को निरस्त कर दिया गया। इसका असर मार्केट तक भी पहुंच गया था। मॉल्स में सन्नाटा पसरा रहा। थियेटर में मूवी देखने के लिए पहुंचने वालों की संख्या भी बेहद कम रही। यह स्थिति तब भी जबकि केबल से होने वाला प्रसारण भी रोक दिया गया था। लोगों ने घरों से निकलने में दूरी बना ली। लेकिन, शहर का हाल जानने के लिए हर संभव प्रयास करते रहे।

लॉक डाउन याद आ गया
रविवार को वैसे तो बंदी का दिन होता है लेकिन पूरे सप्ताह काम करने के बाद पब्लिक संडे को मूव करती है। संडे की बंदी चौक और सिविल लाइंस एरिया में ही लागू रहती है। इसके बाद भी यहां संडे को पब्लिक का मजमा लगता था क्योंकि लोग संडे एंज्वॉय करने के लिए घरों से निकलते थे। कुछ शापिंग एंज्वॉय करते थे तो कुछ मूवी देखते थे। इसके बाद स्ट्रीट फूड एंज्वॉय करने का ट्रेंड था। शहर के पार्कों में भी भीड़ भाड़ की स्थिति रहती थी। सुबह से देर शाम तक भीड़ के चलते इस इलाके में मूव करना मुश्किल होता था। इस संडे की स्थिति इसके बिल्कुल उलट थी। पूरे शहर में सन्नाटा पसरा हुआ था। इस सन्नाटे को या तो एंबुलेंस वाहन ब्रेक करते थे या फिर पुलिस की गाडिय़ां। इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली थीं। यहां भी खरीदार गायब थे। दुकान पर मौजूद मिले लोगों ने कहा कि आज तो लॉकडाउन याद आ गया। उस दौरान भी ऐसा ही होता था।

मॉल्स में रहा सन्नाटा
सिविल लाइंस एरिया में कई माल्स स्थित हैं। यहां मल्टीस्क्रीन सिनेमा हाल भी स्थित हैं। एक साथ कई ब्रांड की शॉप यहां हैं। पूरे सिविल लाइंस में ब्रांडेड कंपनियों के शो रूम का बोल बाला है तो कटरा और चौक एरिया में नान ब्रांडेड आइटम्स के साथ थोक का बिजनेस ज्यादा होता है। इन दोनों मार्केट में नार्मल डेज में भी अच्छी खासी भीड़ होती है। इन सभी एरिया में शाम को साढ़े छह बजे यह स्थिति थी कि पीवीआर में कुल जमा पचास लोग भी नहीं दिखे। सबसे खास बात यह भी थी कि जो सड़क पर था वह कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं था। चर्चा शुरू हुई तो इतना बोलकर निकल गये कि धारा 144 लागू है। इसी डर के चलते लोग घरों से नहीं निकले होंगे। सेम कंडीशन पार्कों की भी थी। स्ट्रीट फूड की शॉप्स पर भी ताला लटक रहा था और इनके आसपास भटकने वाला भी कोई नहीं था। गलती से कोई आते जाते हुए दिख जाता तो लोग कौतूहल वश उसे देखते रहते। किसी भी स्थान पर आपस में बैठकर बात करने वाले भी नहीं दिखे।

आयोजन कर दिये गये पोस्टपोंड
रविवार को तमाम संगठनों की ओर से प्रोग्राम आयोजित किये गये थे। एनसीजेडसीसी में बड़ा मोटीवेशनल प्रोग्राम होना था तो भारत विकास परिषद की तरफ से ओथ सेरेमनी का आयोजन किया जाना था। भारत विकास परिषद ने तो अपना प्रोग्राम पूरी तरह से निरस्त कर दिया। पूछने पर आयोजक नागेन्द्र सिंह का कहना था कि निशेधाज्ञा लागू होने के चलते ऐसा किया गया है। डॉ गौरव प्रधान के साथ चाय पर चर्चा प्रोग्राम का आयोजन हुआ या नहीं, इसकी पुष्टि तो नहीं हुई लेकिन प्रोग्राम के समय एनसीजेडसीसी के पास कोई दिखा भी नहीं। कोई बताने वाला नहीं था कि इनडोर प्रोग्राम हो रहा है या नहीं। इसमें मोटीवेशनल स्पीकर डॉ गौरव प्रधान को शामिल होना था।

Posted By: Inextlive