लक्जरी लाइफ व शाह खर्च देखकर आप हुए प्रभावित तो जा सकते हैं जेल फर्जी ऐप बनाकर शहर के एक रिटायर्ड इंजीनियर से ठगे बीस रुपये तो तो सामने आया प्रकरणदिल्ली से दबोच लाई प्रयागराज साइबर थाने की टीम रुपये दोगुना होने का देते थे झांसा

प्रयागराज ब्यूरो । पांव में एक लाख रुपये के शूज और बदन पर करीब लाख रुपये की ही टी-शर्ट थी। सुरक्षा में बाउंसर और लक्जरी शान-ओ-शौकत भरी लाइफ देखकर किसी के नक्शे कदम पर चलने की कोशिश नहीं करिएगा। उससे ली गई प्रेरणा आप को जेल तक पहुंचा सकती है। हम ऐसा इस लिए कह रहे हैं, क्योंकि साइबर थाना की पुलिस द्वारा पकड़े गए दो शातिर फ्राड के लिबास और अंदाज कुछ ऐसे ही थे। ऑनलाइन डेस्टर/ लेडजर अकाउंटिंग ऐप बनाकर पैसा दोगुना होने का झांसा देकर रुपये अकाउंट में जमा कराया थे। इनके चंगुल में शहर के एक रिटायर्ड इंजीनियर से 20 लाख रुपये की ठगी हुई तब मामला सामने आया। गिरफ्तारी के बाद उन शातिरों के चौंकाने वाले राज और लक्जरी लाइफ का खुलासा हुआ। अपनी लक्जरियस लाइफ से लोगों को भौचक कर देने वाले ऐसे ही शातिरों से लोगों को बचने के लिए शायद एक शायर ने अपनी पंक्ति में लिखा था। 'बुलंदी देखकर जानिब क्यों पीछे दौड़ जाते हो, बहुत ऊंचे शजर का दोस्तों साया तक नहीं होताÓ

अतरसुइया व खुल्दाबाद के हैं निवासी
रिटायर्ड इंजीनियर के द्वारा साइबर थाने में केस दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद साइबर थाने की टीम प्रभारी के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी। तफ्तीश में टीम को दोनों की लोकेशन दिल्ली में मिली। इसके बाद फौरन टीम दिल्ली जा पहुंची। टीम से जुड़े सूत्रों की मानें तो यह पता चल गया था कि लोगों से ठगी के लिए इस ऐप व खाते का संचालन कौन कर रहा है। दिल्ली में पहुंची टीम को उनके अड्डे की तलाश थी। काफी प्रयास के बाद मालूम चला कि वहां चुनामंडी गली नंबर एक डीबी गुप्ता रोड पहाडग़ंज सेंट्रल दिल्ली, दिल्ली नाइट क्वीन बार का दोनों संचालन करते हैं। टीम नाइट क्वीर बार पहुंची वहां की सिक्योरिटी और व्यवस्थाएं लक्जरियस मिली। आलीशान ऑफिस और बार के अंदर दोनों की सुरक्षा में करीब आधा दर्जन बाउंसर तैनात थे। उन तक पहुंचने के लिए टीम को बाउंसरों की किलेबंदी को तोडऩा था। बाउंसर पहले तो टीम को अंदर ही नहीं जाने दे रहे थे। टीम के जवान अपने पर आए और पहचान बताए तो वह पीछे हट गए। अंदर पहुंची टीम के द्वारा दोनों को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपितों के नाम
संदीप कुमार सेन पुत्र सुनील कुमार निवासी हाउस नंबर 86 दरियाबाद थाना अतरसुइया
मो। साहिल पुत्र मो। शानू बताया गया। मो। साहिल के मिले आधार कार्ड पर उसका पता कमीर शाह तकिया अटाला थाना खुल्दाबाद अंकित पाया गया।

वर्तमान में वह दोनों नाइट क्वीन बार आरके आश्रम, पचकुंइया रोड पहाडग़ंज सेंट्रल दिल्ली में रहते थे।
शातिर संदीप 23 तो मो। साहिल की उम्र मात्र 19 वर्ष बताई गई है। इनके बदन पर मौजूद टी-शर्ट की कीमत करीब एक लाख रुपये और पांव में पड़े शूज का रेट भी करीब एक लाख रुपये आंका गया था।
लक्जरी गाड़ी और इनके खर्चीले स्वभाव के झांसे व चकाचौंध ऐसी कि अच्छे-अच्छों का पसीना छूट जाय।


शातिरों के पास से मिले सामान
संख्या सामान
02 एप्पल आईफोन
01 एंड्रायड मोबाइल फोन
01 बैंक खाता की चेक बुक
10 एटीएम कार्ड
05 फर्जी सिम सिम कार्ड
14 बैंक अकाउंट (जिसमें पैसे मंगाते थे)।

थाने में मामला दर्ज होने के बाद दोनों की तलाश की जा रही थी। लोकेशन मिलने के बाद दोनों की गिरफ्तारी की गई। दिल्ली में वह नाइट बार चलाया करते थे। फेक ऐप बनाकर वे रुपये दूना करने के नाम पर लोगों से अपने खोले गए खातों में लाखों रुपये मंगाया करते थे। वादी ने नाम ओपन करने से मना किया है।
राजीव तिवारी, प्रभारी साइबर थाना

Posted By: Inextlive