रियलिटी चेक

- प्रशासन की मनाही के बाद भी डामर रोड पर सज गई होलिकाएं

- सड़कों को बचाने के लिए दिया गया था दिशा-निर्देश

प्रयागराज

प्रशासन के मना करने के बावजूद शहर की सड़कों पर होलिकाएं सजा दी गई। इस बाबत 22 फरवरी को एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया ने होलिका जलाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि डामर रोड पर होलिका नहीं जलाए। डामर रोड को बचाने के उद्देश्य से प्रशासन की ओर जारी निर्देश की हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर ने सिटी के विभिन्न हिस्सों में रोड पर सजी होलिकाओं का रियलिटी चेक किया। जो वाकई चौकाने वाला था। लाखों की लागत से तैयार होने वाली डामर रोड होलिका की भेंट चढ़ने को तैयार है।

टीबी सप्रू रोड, समय 12.46

सिटी के सबसे पॉश एरिया कहे जाने वाले सिविल लाइंस में ही प्रशासन के निर्देशों को दरकिनार करके होलिका को डामर रोड पर ही सजाया गया है। लोक सेवा आयोग के सामने जाने वाली टीबी सप्रू रोड के बीचों बीच पूरी होलिका तैयार कर दी गई है। जिसमें होलिका दहन यानी 28 मार्च को आग लगाई जाएगी। जबकि हर साल होलिका दहन के कारण रोड होलिका वाले एरिया में उखड़ जाती है। इतना ही नहीं, पुलिस प्रशासन को भी डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी आदेश को फॉलो कराने में कोई इंट्रेस्ट नहीं है।

कर्नलंगज एरिया, समय 1.01

कर्नलगंज में भी ऐसा ही नजारा दिखा। जबकि डीएम आफिस से होलिका जलाने वाले स्थान की दूरी महज लगभग एक किलोमीटर है। उसके बाद भी प्रशासन के आदेश का कोई असर नहीं दिखाई दिया। यहां भी पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अपने ही आदेश को पूरा कराने में कोई खास इंट्रेस रखते नहीं दिखाई दिए। जबकि एरिया कर्नलगंज मार्केट के बीचों बीच का है। उसके बाद भी बीच रोड में बड़ा एरिया कवर करते हुए होलिका के लिए लकडि़यों को इकट्ठा किया जा चुका है।

कर्नलगंज एरिया समय 1.10

कर्नलगंज में ही एक होलिका से महज चंद कदमों की दूरी पर डामर रोड पर ही दूसरी होलिका भी जलने को तैयार की गई है। यहां पर भी होलिका दहन के लिए लकड़ी को लाकर रख दिया गया है। साथ ही आने वाले दिनों में यहां भी लकड़ी का अंबार लगने को तैयार है।

हाशिमपुर रोड समय 1.27

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के डायमंड जुबली हॉस्टल तिराहे पर भी होलिका को तैयार कर दिया गया है। जबकि प्रयागराज लखनऊ की मुख्य सड़क होने के कारण ये हमेशा व्यस्त रहती है। उसके बाद भी डामर रोड के बीचों बीच होलिका दहन की तैयारी रहती है। पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारियों का भी इस रोड से हमेशा आना जाना होता है। उसके बाद भी वह अपने ही आदेश की अवहेलना होते देख रही है।

क्या होता है नुकसान

डामर रोड पर होलिका जलाने से मना करने के पीछे के कारणों को जानने के लिए पीडब्लूडी के चीफ इंजीनियर एके द्विवेदी से बात की गई। उनका कहना है कि इससे रोड खराब होती है। उन्होंने बताया कि डामर रोड पर होलिका दहन के समय इतना अधिक टम्प्रेचर हो जाता है कि रोड की बिटमिनस बर्न हो जाती है। जिससे पैच बन जाता है और रोड का उतना हिस्सा खराब हो जाता है। इसलिए होलिका के लिए मिट्टी वाले एरिया या मैदान या फिर पटरी पर रखने को कहा जाता है। उन्होंने अपील किया कि पब्लिक भी अपनी जिम्मेदारी समझे और होलिका दहन जैसे पवित्र कार्य को करते समय अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।

Posted By: Inextlive