बनेगा नया वार्ड, मिलेगा बेहतर इलाज
एसआरएन में बन रहा ब्लैक फंगस मरीजों के लिए नया वार्ड
स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया सर्वे, तैयार हो रही रिपोर्ट प्रयागराज ब्लैक फंगस मरीजों के बेहतर इलाज की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एमएलएन मेडिकल कॉलेज की कवायद शुरू है। इसके तहत एसआरएन अस्पताल में अलग से 40 बेड का वार्ड तैयार किया जा रहा है। जिसमें ब्लैक फंगस के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे मरीजों का सर्वे करना भी शुरू कर दिया है। ईएनटी विभाग में बन रहा वार्डकोरोना के ऐसे मरीज जिनको इलाज के दौरान आक्सीजन, स्टेरायड के अलावा रेमडेसिविर आदि दवाएं चलाई गई थी, उनमें ब्लैक फंगस की संभावना को देखते हुए राहत की कवायद शुरू कर दी गई है। ऐसे मरीजों को भर्ती कर बेहतर इलाज देने की तैयारियों में गति दी जा रही है। इसी तर्ज पर एसआरएन हॉस्पिटल के ईएनटी वार्ड में 40 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बनाया जा रहा है। इसमें मरीजों के आक्सीजन और वेंटीलेटर आदि की व्यवस्था की जा रही है।
अब तक हो चुके हैं 19 मरीज एसआरएन में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तक 19 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है।आधा दर्जन मरीजों के आपरेशन भी हो चुके हैं।
उम्मीद है कि भविष्य में कुछ दिन तक ऐसे मरीजों का आना जारी रहेगा। यही कारण है कि मरीजों को बेहतर इलाज दिए जाने की तैयारियां की जा रही है। प्रदेश में इस बीमारी को महामारी घोषित किया जा चुका है सरकार ने इलाज में लापरवाही नहीं बरतने के आदेश जारी किए हैं। फोन पर लिया जा रहा हालचाल स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों की सूची तैयार कर रहा है जिनका कोरोना इलाज के दौरान आक्सीजन देने के साथ स्टेरायड दिया गया था। अब फोन पर ऐसे मरीजों का सर्वे किया जा रहा है। विभाग विभिन्न सूत्रों से उनके मौजूदा स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त कर रहा है। जिन मरीजों में लक्षण दिखने की संभावना है उनको सूची बद्ध किया जा रहा है। हालांकि मरीजों का इलाज और जांच एसआरएन अस्पताल में किया जा रहा है। नया वार्ड बनाने के बाद ब्लैक फंगस के मरीजों को लाभ होगा। उनको बेहतर इलाज मिलेगा और वह भर्ती होने के लिए भटकेंगे नहीं। इस वार्ड में मरीजों को सभी जरूरी इलाज की सुविधाएं दी जाएंगी। डॉ। एसपी सिंह प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज