पड़ेगी नई पाइप लाइन, होगा ओपीडी का एक्सटेंशन
प्रयागराज (ब्यूरो)। महाकुंभ से पहले एमएलएन मेडिकल कॉलेज में कई निर्माण देखने को मिलेंगे। कॉलेज की ओर से तैयार की गई एक दर्जन परियोजनाओं को शासन की ओर से सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। अब इनके लिए प्रशासनिक और आर्थिक सहमति का इंतजार किया जा रहा है। जो जल्द ही मिल सकती है। इन परियोजनाओं में क्या प्रगति है? इसको लेकर शुक्रवार शाम कमिश्नर विजय विश्वास पंत और एडीएम मेला ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की।
मिलेगा मरीजों को लाभ
जिन परियोजनाओं को सैद्धांतिक सहमति मिली है उनमें आधा दर्जन बड़ी सुविधाएं हैं जिनसे मरीजों को काफी सहूलियत हासिल होगी। यह सभी काम महाकुंभ से पहले पूरे कराए जाने हैं। जल्द ही इनका डीपीआर तैयार होकर शासन को भेजा जाएगा। जिसका बजट जारी होते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इनमें सबसे बड़ी परियोजना है ओपीडी का एक्सटेंशन। वर्तमान में जगह कम होने से मरीज ओपीडी के बाहर गैलरी में खड़े रहते हैं। ऐसे में ओपीडी का एक्सटेंशन रजिस्ट्रेशन काउंटर के ऊपर किया जाएगा। जिससे मरीजों की भीड़ गैलरी में लगना बंद हो जाएगी।
सेंट्रलाइज्ड आरओ प्लांट
एसआरएन अस्पताल में तीन सेंट्रलाइज्ड आरओ प्लांट लगाए जाने हैं। यह ओपीडी, पीएमएसएसवाई बिल्डिंग और इंडोर एरिया में लगाए जाने हैं। इनसे हजारों मरीजों और परिजनों की प्यास बुझ सकेगी। उन्हें ठंडा और साफ पेयजल उपलब्ध होगा। इसके अलावा डायग्नोस्टिक सेंटर और ब्लड बैंक एरिया का भी एक्सटेंशन किया जाना है। अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और डिजिटल एक्सरे की अतिरिक्त मशीनें लगाई जाएंगी। इसमें एमआरआई लगाने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जगह भी चिंहित कर ली है और जल्द ही इसका निर्माण भी शुरू हो जाएगा। बर्न वार्ड में तीन नए बेड बढ़ाए जाने हैं। जिससे बर्न के मरीजों को रखने में परेशानी नही होगी। मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है। उनके खानपान को देखते हुए माड्यूलर किचन का एरिया भी बढ़ाया जाना है।
इसी साल मई में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें मेडिकल कॉलेज की ओर से एक दर्जन परियोजनाओं को पेश किया गया था। इनको शासन से सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। सभी प्रोजेक्ट कॉलेज की ओर से शासन को भेज भी दिए गए हैं। कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने मीटिंग में कहा कि महाकुंभ से पहले पहले पूरे होने वाले प्रोजेक्ट की प्रक्रिया में कोई भी लापरवाही नही बरती जानी चाहिए।
एक दर्जन परियोजनाओं को सैद्धांतिक सहमति दे दी गई है। अब प्रशासनिक और आर्थिक सहमति जल्द ही प्राप्त हो जाएगी। कमिश्नर की बैठक में इन प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की गई।
प्रो। एसपी सिंह प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज