मंगलवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा तो दोपहर में धूप निकलने के बाद भी गलन कम नही हुई. शाम होते-होते फिर से कोहरा छाने लगा. इसका असर आम जनजीवन पर साफ नजर आया. रोजाना की तरह सड़के सूनी रहीं और लोग अलाव के आसपास नजर आए. उधर भीषण ठंड के चलते अस्पतालों में विभिन्न बीमारियों के मरीजों की आवक बनी रही.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गलन की वजह से मंगलवार को दिन का तापमान घट गया। सोमवार को यह 19.8 डिग्री था जो एक दिन बाद घटकर 18 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। हालांकि न्यूनतम तापमान में दोगुने की बढ़ोतरी रही। यह चौबीस घंटे के भीतर 5.2 डिग्री से बढ़कर 10 डिग्री पर पहुंच गया। इससे गलन पर कोई असर नही पड़ा। मौसम विभाग की माने तो बुधवार को भी घने कोहरे के साथ गलन कायम रहेगी। अभी से लोगों को निजात नही मिलने जा रही।
वसूल हो गया दुकानदारों का पैसा
इस बार पड़ रही भीषण ठंड की वजह से गर्म कपड़ों के बाजार को जबरदस्त बूम आया है। कपड़ा व्यवसायी धीरेंद्र ने बताया कि दो साल से उनका व्यापार घाटे में चल रहा था। इस बार भी शुरुआत में लगा कि ठंड नही पड़ेगी। लेकिन एक जनवरी के बाद से मौसम ने टॉप गेयर लगाया तो लोग दुकानों से गर्म कपड़े मनचाहे दामों पर लेकर गए। सिविल लाइंस के एक मॉल के वर्कर दीपक ने बताया कि वूलेन सॉक्स, ईयर कैप, कैप, दस्ताने और मफलर का स्टॉक लगभग खत्म हो चुका है। नया आर्डर जल्द आएगा।

बीमारियों ने जमाया डेरा
गलन और ठंडी हवाएं चलने की वजह से अस्पतालों में पांच बीमारियों के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं.इनमें एग्जिमा, अस्थमा, हार्ट अटैक, खांसी-जुकाम और आर्थराइटिस शामिल है। डॉक्टर्स का कहना है कि जब तक गलन का प्रकोप रहेगा, इन बीमारियों के मरीजों की संख्या 15 से 20 फीसदी तक ओपीडी में बढ़ी रहेगी। श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ। आशुतोष गुप्ता के मुताबिक थोड़ी सावधानी बरतकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।

कौन कौन सी बीमारियां
एग्जिमा
लक्षण- स्किन से रिलेटेड प्रॉब्लम्स सर्दियों में कॉमन है। एग्जिमा किसी भी उम्र में हो सकता है। इसमें स्किन सूखी, लाल और पपड़ीदार हो जाती है और खुजली होने लगती है। ज्यादा ठंड होने पर यह समस्या बढ़ जाती है।

बचने के उपाय
नहाने के लिए तेज गर्म पानी का इस्तेमाल न करें।
स्किन पर ज्यादा केमिकल वाले प्रोडक्ट्स यूज न करें।
मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें।
विटामिन डी से भरपूर चीजें खाएं।

अर्थराइटिस- सर्दियों का मौसम अर्थराइटिस पेशेंट्स के लिए मुश्किल होता है। इस समय उनके जोड़ों का दर्द और सूजन बढ़ जाती है।
बचने के उपाय
डॉक्टर की सलाह पर दवाई लें।
गर्म कपड़ें पहनें।
शरीर को गर्म रखने के लिए सही डाइट लें।
हल्की एक्सरसाइज करें।

हार्ट अटैक
सर्दियों में दिल ठीक से ब्लड पंप नहीं कर पाता जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
बचने के उपाय
खुद को एक्टिव रखें, समय-समय पर चेकअप कराएं।
ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखें।
खुद को ज्यादा गर्म न रखें, ओवर हीटिंग से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।
ठंड के मौसम में खाना हमेशा ताजा और गर्म ही खाएं।

अस्थमा
सर्दियों में सांस की नली में सूजन बढ़ जाती है। इस वजह से सांस लेने का रास्ता छोटा हो जाता है और सांस लेने में परेशानी होती है। इससे खांसी और सीने में जकडऩ भी महसूस होती है।
बचने के उपाय
कम से कम घर से बाहर निकलें।
बाहर जाएं तो मास्क का प्रयोग करें।
धूल और धुएं से बचें।
ठंडी प्रकृति यानी तासीर वाली चीजें न खाएं।

खांसी-जुकाम
सर्दियों में खांसी-जुकाम की समस्या बढ़ जाती है और सांस लेने में दिक्कत आती है।
बचने के उपाय
खांसी-जुकाम होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
गुनगुना पानी पिएं।
2-3 लेयर गर्म कपड़े पहनें।
ठंडी चीजें खाने से बचें।

Posted By: Inextlive