दो गज की न दूरी मिली और न ही चेहरे पर मास्क
- दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आयी हकीकत
- प्रयागराज जंक्शन पर जमकर उड़ाई जा रही कोरोना नियमों की धज्जियां PRAYAGRAJ: कोरोना के केसेस पर-डे फिर से बढ़ने लगे हैं, सरकार की ओर से गाइड लाइन जारी कर मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलों करने पर जोर दिया जा रहा है, पर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने जब सरकार की ओर से जारी कोविड गाइड लाइन की हकीकत जानने के लिए प्रयागराज जंक्शन पर रियलिटी चेक किया तो यह देखकर दंग रह गया कि यहां पर वेंडर से लेकर यात्री, कर्मचारी तक बिना मास्क के नजर आये। बिना मास्क सामान बेच रहे थे वेंडर- मंगलवार को तकरीबन दोपहर एक से डेढ बजे दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम प्रयागराज रेलवे स्टेशन पहुंची। - जहां एक तरफ सरकारी निर्देशों के अनुसार प्लेटफार्म पर आने-जाने वाले पैसेंजर्स की कोरोना जांच हो रही थी तो वहीं दूसरी तरफ रेलवे के कर्मचारी और वेंडर खुद बिना मास्क के प्लेटफार्म पर नजर आ रहे थे।
- प्लेटफार्म पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले बिना मास्क लगाए ही पैसेंजर्स को सामान दे रहे है। - वहीं पैसेंजर्स भी बिना मास्क लगाए सामानों को ले रहे हैं।- सोशल डिस्टेंसिंग की बात दूर है, लोग दो गज की दूरी का कहीं भी फॉलो करते नजर नहीं है।
जेब तक से भी गायब मास्क शुरुआती कोरोना काल में बच्चों से लेकर बूढ़े तक हर व्यक्ति मास्क लगाकर दिखाई देते थे। जब अनलॉक हुआ तो लोग मास्क दिखावे के लिए लगाने लगे। कोई कान में बांधकर नाक और मुंह तक कवर नहीं करते थे। कुछ तो जेब में रखे रहते थे। जब पुलिस को मास्क चेकिंग करते देखते तो जेब से निकाल कर लगा लेते थे। अब नौबत यह है कि लोगों के जेब से भी मास्क गायब हो गया है। जब दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने मास्क न लगाने का कारण पूछा तो लोग बहाना बनाते नजर आए। टोकने के बाद भी मास्क नहीं लगाया। क्योंकि जेब तक में मास्क नहीं था। घर में छूट जाने का बहाना बनाते नजर आये। सरकार ने जारी कर रखा गाइडलाइनउत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमितों के मामलों को लेकर कुछ दिन पहले योगी सरकार ने कोविड प्रोटोकॉल नियम पालन करने की अपील की थी। इसके साथ ही गाइडलाइंस भी जारी किया था। बावजूद इसके न तो कोरोना पर लगाम लग पा रही है और न जिम्मेदार इस महामारी से निपटने के लिए लोगों को अवेयर करते हुये नजर आ रहे है।