इतिहास को फिर से लिखने की जरूरत है या नहीं?
- पीसीएस 2020 इंटरव्यू के पांचवे दिन पहुंचे 108 अभ्यर्थी
prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: ' इतिहास के पुनर्लेखन की जरूरत है या नहीं? ये सवाल मंडे को इंटरव्यू के दौरान पूछा गया। ऐसे में इंटरव्यू देने पहुंचे अभ्यर्थी भी सवाल को समझने में काफी जूझते रहे। कुछ ऐसे ही सवाल सोमवार को पीसीएस 2020 इंटरव्यू के दौरान अभ्यर्थियों से पूछे गए। जिसका जवाब देने में अभ्यर्थियों के पसीने छूट गए। इसके साथ ही देश व प्रदेश की मौजूदा स्थिति को कैसे देखते हैं। विकास की रफ्तार कैसी है? आपकी नजर में पहले की अपेक्षा भ्रष्टाचार कम हुआ है बढ़ा है?' समेत कई सवाल अभ्यर्थियों को उलझाने वाले रहे। 112 में से पहुॅचे 108 अभ्यर्थीउत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग में पीसीएस-2020 इंटरव्यू के दौरान पांचवे दिन 112 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। जिसमें से सिर्फ 108 अभ्यर्थी ही दो पालियों में आयोजित हुए इंटरव्यू में पहुंचे। सात बोर्ड ने इन अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया। अलग-अलग अभ्यर्थियों से कई अहम मुद्दों से जुड़े प्रश्न पूछे गए। जिसमें प्रधानमंत्री के महात्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान के बारे में भी पूछा गया। इंटरव्यू में इतिहास से जुड़े प्रश्न भी पूछे गए। जिसमें महात्मा गांधी द्वारा 1917 में कौन सा आन्दोलन शुरू किया गया था। इसके साथ ही विधान सभा और विधान परिषद में अंतर को भी अभ्यर्थियों से पूछा गया।
यह प्रश्न भी रहे खास - इतिहास के पुर्नलेखन की आवश्यकता है या नहीं? - इतिहास लेखन पर अक्सर प्रश्न उठाया जाता है क्या आप उससे सहमत हैं? -भारत को पिछले छह महीने में किन-किन देशों से क्या समझौता हुआ है? - शिक्षक का क्या कर्तव्य है, क्या वो अपना काम ईमानदारी से करते हैं? -भारत की विदेश नीति कितनी कारगर मानते हैं?