कमाई में सबसे आगे रहे कलाम चाचा
- आठवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का हुआ शानदार समापन
- मेले में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम की किताबों की रही डिमांड ALLAHABAD: साहित्य और कला की नगरी में चल रहे राष्ट्रीय पुस्तक मेले का रविवार को शानदार समापन हो गया। इस बार पुस्तक मेले में कई प्रकाशन शामिल हुए, जिनकी किताबों को साहित्य प्रेमियों ने तहे दिल से अपनाया। मेले में सबसे अधिक कलाम चाचा की किताबों की बिक्री हुई। मेले के आयोजक ने बताया कि राजपाल प्रकाशन ने दस दिवसीय पुस्तक मेले में पांच लाख रुपए की किताबों की बिक्री की। जबकि बिक्री के लिहाज से दूसरे नम्बर पर डायमंड जुबली प्रकाशन और तीसरे नम्बर पर वाणी प्रकाशन रहे। इस बार कुल लगभग चालिस लाख की किताबों की बिक्री रही। जो पिछले साल के पुस्तक मेले से दस लाख रुपए अधिक रही। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भरे रंगपत्थर गिरजाघर के सामने मैदान में आयोजित हुए आठवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले के समापन के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। समापन समारोह की शुरुआत चीफ गेस्ट वाणी प्रकाशन के डायरेक्टर अरूण माहेश्वरी ने किया। इस अवसर नगर आयुक्त समेत अन्य गेस्ट भी मौजूद रहे। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति की गई। जिसने मेले में आए लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मेले के आयोजकों ने नेक्स्ट इयर फिर आने के वादे के साथ मेले के समापन की घोषणा की।