नंदी पर हमले के मास्टर माइंड राजेश पायलट की मौत
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जुलाई 2010 की सुबह मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हुआ था हमला 04 अक्टूबर को यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने राजेश को मुम्बई से गिरफ्तार किया था 13 नवम्बर 2017 में राजेश पर नैनी जेल में कैंची से हुआ था हमला 02 सितंबर को ब्रेन हेमरेज होने पर राजेश को दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था 02 लोग मारे गए थे मंत्री नंदी पर हुए हमले में, एक पत्रकार की हुई थी मौत 18 लोग आरोपित हैं मंत्री नंदी पर हुए हमले के मामले में 01 महेंद्र मिश्र अब हमला मामले में जेल में हैं, बाकी जमानत पर बाहर हैं 02 जिलों इलाहाबाद और सोनभद्र में दर्ज हैं राजेश के खिलाफ कई मामले --------- दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मंगलवार की देर रात हुई मौत डाक्टरों के पैनल और वीडियोग्राफी के बीच हुआ पोस्टमार्टमALLAHABAD: मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम से जानलेवा हमले का मास्टर मांइड आनंद शांडिल्य उर्फ राजेश पायलट की दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दो सितम्बर को ब्रेन हैमरेज होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 12 जुलाई 2010 की सुबह मंत्री पर उस वक्त हमला हुआ था जब वे पैदल अपने समर्थकों के साथ मंदिर जा रहे थे। जनपद की यह पहली ऐसी घटना थी जिसमें एक मंत्री को मारने के लिए रिमोट बम का इस्तेमाल किया गया था। वारदात के बाद अपराध जगत में राजेश का डंका बजने लगा था। राजेश पर कई मामले अलग-अलग धाराओं में इलाहाबाद और सोनभद्र जनपद में दर्ज हैं। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने राजेश को 4 अक्टूबर को मुम्बई से गिरफ्तार किया था।
कोरांव में रहता था राजेश मध्य प्रदेश के थाना टिमरनी जिला हरदा का राजेश पालयट कोरांव में परिवार के साथ रहता था। राजेश पर नैनी जेल में हमले के बाद जेल प्रशासन ने फरवरी महीने में उसे बुलंदशहर जिला जेल में शिफ्ट किया था। पिछले कई दिनों से उसकी हालत गम्भीर बनी हुई थी। 2 सितंबर को ब्रेन हेमरेज होने पर राजेश को दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। वहां उसका उपचार चल रहा था। 47 वर्षीय राजेश पर जनपद में तीन मामले दर्ज हैं। इसमें एक मंत्री पर जानलेवा हमले का प्रयास और दूसरा मुकदमा हत्या का है। एक मुकदमा गैंगस्टर की धारा में दर्ज है। सोनभद्र में हत्या के प्रयास और एक अन्य मामला दर्ज है। स्कूटी की डिग्गी में रखा था बमबता दें 12 जुलाई 2010 को कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी पर उस वक्त रिमोट बम से हमला किया गया जब वे साथियों के साथ घर के निकट स्थित मंदिर में पूजा के लिए पैदल जा रहे थे। बम स्कूटी की डिग्गी में रखा था और इसमें विस्फोट रिमोट से किया गया था। हमले में एक पत्रकार विजय प्रताप सिंह समेत एक अन्य की मौत हो गई थी। नंदी गंभीर रुप से घायल हो गए थे। मामले में अभी जिला न्यायालय में अभियोजन की ओर से गवाही पूर्ण नहीं हो पायी है। इसमें कुल 18 लोग आरोपित हैं। राजेश पायलट के अलावा विधायक विजय मिश्र व चाका के पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्र, महेंद्र मिश्र के नाम मुख्य रुप से शामिल हैं। इनमें राजेश पायलट के अलावा महेंद्र मिश्र जेल में बंद हैं। बाकी सभी आरोपी जमानत पर बाहर हैं।
हाई सिक्योरिटी बैरक में हमलाआनंद शांडिल्य उर्फ राजेश पायलट मंत्री नंदी पर हमले के बाद सुर्खियों में आया था। इसके बाद पायलट का नाम पूर्वाचल समेत अंडरवर्ल्ड में गूंजने लगा था। उसकी हनक बन गई थी। 13 नवम्बर 2017 को नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में नाई बाल व दाढ़ी बनाने गया था। इसी दौरान फहीम और उधम सिंह के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। उधम ने नाई की कैंची से फहीम पर हमला कर दिया। यह देख वहां मौजूद राजेश पायलट बीच बचाव करने पहुंचा तो राजेश और उधम के बीच झड़प होन लगी। आरोप है कि उधम ने राजेश की पीठ और पेट में कैंची घोंप दिया। वारदात से जेल में खलबली मच गई। बंदीरक्षकों ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया। घटना में राजेश ने पूर्व सांसद व एक विधायक पर हमले का आरोप लगाया था। मंगलवार की देर रात उसकी मौत हो गई। अंग्रेजी बोलने में माहिर राजेश पायलट कई बार अदालत में अपनी पेशी के दौरान खुद ही बहस किया करता था। राजेश की मौत से नंदी पर बम से हमले के कई राज अब दफन हो जाएंगे।
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर हमले का आरोपित राजेश पायलट की इलाज के दौरान दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में मौत हो गई है। डाक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा और साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। चन्द्र प्रकाश, अपर पुलिस महानिदेशक