रहस्य बनी वेटर की मौत, घेरे में साथी कर्मचारी
प्रयागराज (ब्यूरो)। कैंट एरिया के ओम नगर निवासी 42 वर्षीय संजय सरोज सिविल लाइंस बस स्टैंड के पास अनन्या भोजनालय में वेटर का काम करता था। यह भोजनालय कूपर रोड निवासी अनिल गोस्वामी की है। भोजनालय में ही राम सागर, बार्डर और दूसरे कर्मचारी भी काम करते हैं। बताया जाता है कि बुधवार को राम सागर का मोबाइल और कुछ पैसा चोरी हो गया था। इसको लेकर कर्मचारियों के बीच नोंकझोंक हुई। मोबाइल न मिलने पर राम सागर ने पुलिस को सूचना दे दी। आरोप है कि शाम करीब साढ़े सात बजे सिविल लाइंस पुलिस भोजनालय पहुंची और फिर संजय समेत सभी कर्मचारियों को पकड़कर थाने ले गई।
मालिक ने की रिक्वेस्ट तब छोड़ा
देर रात कर्मचारियों के थाने से बाहर न आने पर भोजनालय के मालिक थाने पहुंचकर छोडऩे का रिक्वेस्ट किया गया। जिसके बाद पुलिस ने थाने से सभी को छोड़ दिया। इसके बाद सभी कर्मचारी भोजनालय के अंदर बने कमरे में जाकर लेट गए। गुरुवार सुबह कर्मचारियों ने देखा कि संजय भीतर वाले कमरे में बिजली की तार के फंदे में पंखे के चुल्ले से लटका हुआ है। इससे वहां खलबली मच गई। उसके बाद मृतक की पत्नी ने पहले पुलिस पर टॉर्चर व अपमान करने का आरोप लगाया। उसके बाद ड्रिंक में कुछ मिलाकर पिलाने की बात कही। हालांकि थाने पर कोई तहरीर नहीं दी गई है।
पत्नी रीता का कहना है कि संजय को पुलिस ने रात करीब साढ़े 12 बजे छोड़ा था। भोजनालय पहुंचकर संजय ने फोन करके बताया था कि चोरी के इल्जाम में उसके थाने ले जाया गया था और सुबह फिर बुलाया गया था। उनका पति चोरी नहीं कर सकता है और किसी ने शराब में कुछ मिलाकर पिलाया रहा होगा। मूलरूप से कोलकाता निवासी संजय ओम नगर में पिछले 12 साल से पत्नी रीता, बेटा आकाश और बेटी प्रिया के साथ रह रहा था। वह पहले शंकर भोजनालय में काम करता था। उठ रहा सवाल
- वेटर संजय ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया
- आखिर मोबाइल चोरी के शक पर सिर्फ उठाने पर क्यों चुना मौत का रास्ता
- अंदर कई साथी कर्मचारी सोते है तो फिर किसी को क्यों नहीं चला पता
- कहीं पुलिस थाने ले जाकर टॉर्चर व अपमान तो नहीं की
मोबाइल और पैसे चोरी को लेकर कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ था। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं है। पत्नी ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। अगर तहरीर मिलती है तो रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जेपी शाही, सिविल लाइंस इंस्पेक्टर