मुरी कांड- एनसीआर में रेड अलर्ट
प्रयागराज (ब्यूरो)। मुरी एक्सप्रेस कांड को उत्तर मध्य रेलवे ने पूरी गंभीरता से लिया है। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर मंडल प्रबंधक ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। प्रयागराज मंडल में सभी रेलवे ट्रैक की मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है। मुरी एक्सप्रेस में हुई घटना को रेलवे साजिश के तौर पर ले रहा है। मुरी एक्सप्रेस को डी रेल कराने की कोशिश की गई थी। जिसके बाद से पूरा रेलवे सिस्टम एक्टिव हो गया है। आरपीएफ, जीआरपी के अलावा पूरामुफ्ती पुलिस जांच में लगी है। हालांकि तीन दिन बीत जाने के बाद भी रेलवे ट्रैक पर सीमेंटेड पोल रखने वाले का पता नहीं चल सका है।
रविवार को हुई थी घटना
रविवार 14 जनवरी को दोपहर में ढाई बजे मुरी एक्सप्रेस अपने रफ्तार पर थी। पूरामुफ्ती थना क्षेत्र के छबीलेपुर गांव के पास अचानक ट्रेन का इंजन रेलवे ट्रैक पर पड़े सीमेंटेड पोल से टकराया। पोल के टकराते ही जोरदार आवाज हुई। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। ब्रेक लगते ही यात्रियों को जोर का झटका लगा। यात्री किसी अनहोनी की आशंका से सहम गए। हालांकि ट्रेन रुकने के बाद तमाम यात्री उतरे। यात्री इमरजेंसी ब्रेक लगने का कारण पूछते रहे, मगर उनको पता नहीं चल सका। इस बीच लोको पायलट ने कंट्रोल रूम को सूचना भेजी। सूचना फैलते ही रेलवे अफसरों में हड़कंप मच गया। लोको पायलट ने किसी नुकसान के न होने की बात बताई। साथ ही कहा कि इंजन सुरक्षित है। इस पर अफसरों ने राहत की सांस ली। ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया। मगर कुछ देर बार वहां पर सेक्शन इंजीनियर अमित सिंह पहुंच गए। इंजीनियर ने मौका मुआयना किया।
प्रयागराज मंडल के प्रबंधक हिमांशु बडोनी ने रेलवे ट्रैक की मानीटरिंग के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। कीमैन और पेट्रोलिंग टीम को सख्त हिदायत दी गई है कि चौबीस घंटे रेलवे ट्रैक की निगरानी की जाए। साथ ही रेलवे ट्रैक के आसपास नजर आने वालों से सख्ती से पेश आया जाए।
किसान करते हैं पोल का इस्तेमाल
सेक्शन इंजीनियर को वहां पर एक सीमेंटेड पोल पड़ा था। इस पोल का इस्तेमाल किसान अपने खेतों में तार लगाने के लिए करते हैं। जाहिर सी बात है कि इस पोल को आसपास के ही किसी खेत से लाकर रेलवे ट्रैक पर रखा गया होगा।
पुलिस ने शुरू की जांच पड़ताल
पूरामुफ्ती पुलिस ने मंगलवार को मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। पुलिस ने आसपास के लोगों से पोल के बारे में पूछा। साथ ही स्थानीय लोगों को इस घटना में शामिल लोगों के बारे में पता करने के लिए कहा है।
हिमांशु बडोनी, डीआरएम