बंजारों के वेश में घूम रहे लूट और हत्या व चोरी करने वाले गैंग का चेहरा रविवार को बेनकाब हुआ. पुलिस मुठभेड़ में शनिवार रात मांडा एरिया में अनीश खरवान व प्रदीप उर्फ जोशी खरवार पुलिस के हत्थे चढ़ा. पुलिस की गोली से घायल प्रदीप को पुलिस ने हॉस्पिटल में एडमिट करवाया है. जबकि थरवई एरिया में हुई मुठभेड़ के दौरान पांव में गोली लगने के बाद बलिराम उर्फ बल्ली खरवान पकड़ा गया. इसे भी इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. पूछताछ में इन्हीं तीनों के जरिए पुलिस गैंग के अन्य गुर्गों तक जा पहुंची. इस तरह गैंग के कुल छह गुर्गे और इनसे लूट एवं चोरी की ज्वैलरी खरीदने वाला सर्राफा व्यापारी विक्रम उर्फ बब्लू गुप्ता भी पकड़ा गया. इनके पास से पुलिस को तमंचा कारतूस चापड़ हसिया चाकू पेचकस पिलास और दो जोड़ी चांदी के पाजेब आदि मिले हैं. फरार चल रहे लवला खरवार रोहित मुर्गी पंख खरवार और डेभी की तलाश जारी है. गैंग के जरिए जिले में ट्रिपल और डबल मर्डर के साथ न सिर्फ लूट बल्कि रेप की वारदात को भी अंजाम दिए जाने की बात कही गई.

प्रयागराज (ब्यूरो)। इस मामले का डीआईजी/ एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने रविवार शाम खुलासा किया। पुलिस लाइंस में उन्होंने बताया कि थरवई एरिया में हुई मुठभेड़ में घायल होने के बाद पकड़ा गया बलिराम उर्फ बल्ली बिहार के रोहताश थाना डेहरी स्थित जखीबीरा का रहने वाला है। मांडा क्षेत्र के साथी बिहार के ही रोहताश जिला स्थित डेहरी थाना क्षेत्र के के जखीबीरा डेहरी निवासी प्रदीप उर्फ जोशी भी घायल होने के बाद पकड़ा गया। इसी गांव का रहने वाला साथ रहे उसके साथी अनीश खरवार को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा। पूछताछ में मालूम चला कि यह तीनों शातिर अपराधी है। कबूल किए इनका लूट और हत्या एवं चोरी करने का एक पूरा गैंग है। इसके बाद सोरांव एरिया में जगह-जगह बाग में डेरा डालकर रह रहे गैंग के गुर्गे सुमित खरवार, सण्डोल खरवार, अमराज खरवार निवासीगण जखीबीरा डेहरी थाना डेहरी जिला रोहताश बिहार को भी गिरफ्तार कर लिया। इनके जरिए पुलिस को बताया गया कि लूट और चोरी का माल वे शहर के कोतवाली क्षेत्र बादशाही मण्डी निवासी सर्राफा व्यापारी विक्रम उर्फ बल्लू गुप्ता को बेचते थे। इस पर पुलिस ने बल्लू को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में इनके जरिए जिले में कई सनसनीखेज मर्डर टू लूट एवं चोरी की वारदातें कबूल की गईं। यहां पिछले कई वर्षों से एक्टिव इस गैंग के द्वारा प्रतापगढ़, चित्रकूट में भी कई जघन्य वारदात को अंजाम किए जाने का भी पुलिस ने दावा किया।

टारगेट फिक्स करके लेते थे रिस्क
डीआईजी/ एसएसपी ने कहा कि इसी गैंग ने मांडा में एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों, सोरांव में दंपत्ति और नवाबगंज में मां-बेटी की हत्या व लूट की धटना को अंजाम दिया था।
नवाबगंज में डकैती के साथ दुष्कर्म भी इनके द्वारा कबूल की गई है। गिरफ्तार बदमाशों द्वारा मांडा, कौंधियारा, थरवई, सोरांव, सरायइनायत, नवाबगंज समेत कई थाना क्षेत्र में लूट, चोरी, हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया है।
पुलिस का दावा है कि गैंग के ये गुर्गे वारदात को अंजाम देने के लिए जाने पर मोबाइल साथ नहीं रखते थे।
लूट टू मर्डर जैसी वारदात को अंजाम देने के पूर्व गैंग टारगेट फिक्स करता था। फिक्स टारगेट पर अंजाम तभी देते थे जब रेकी के जरिए उस मकान की पूरी डिटेल जुटा लेते थे।
बताया गया कि गैंग के गुर्गे टारगेट की रेकी के लिए दिनभर गली मोहल्लों फेरी लगाते थे।
इस बीच वह घरों में पहुंचने और उसमें रहने वाले पुरुषों की संख्या स्थिति और आदि की जानकारी जुटा लेते थे।
इसके बाद वारदात को अंजाम देते वक्त घर में किसी के भी जग जाने पर वह बेहिचक सभी की हत्या कर देते थे
लूट के साथ मर्डर वे इस लिए किया करते थे ताकि उनकी पहचान और पकड़े जाने का खतरा पूरी तरह समाप्त हो जाय।

अब पुलिस दोहराएगी क्राइम सीन
खुलासा करते हुए कहा गया कि गिरफ्तार अभियुक्तों को अब रिमांड पर लेकर फिर से पूछताछ की जाएगी। इसी के साथ बताई गई घटनाओं का क्राइम सीन भी दोहराया जाएगा। ऐसा पुलिस इस लिए करेगी ताकि अभियुक्तों के खिलाफ ठोस सुबूत और साक्ष्य मिल सके। पुलिस का दावा है मगर कुछ घटनाओं में दो महिलाएं बच गईं हैं। इन महिलाओं से गैंग के इन गुर्गों की पहचान कराई जाएगी। इतना ही नहीं मांडा की घटना में बची एक महिला ने बदमाशोंं की शिनाख्त की भी है। होलागढ़ जैसी जिन घटनाओं का खुलासा हो चुका है। उसके बारे में भी पुलिस साक्ष्य संकलन जैसे कार्यों को नए सिरे से करेगी।

Posted By: Inextlive