बेटी के लिए इंसाफ मांग रही मां
प्रयागराज (ब्यूरो)। खीरी थाना एरिया के चैलारी गांव में अपनी मां को बचाने के चक्कर में हमले का शिकार हुई बेटी की मौत के मामले में गवाह गवाही देने से मुकर जा रहे हैं। जिससे परिवार असमंजस की स्थिति में आ गया है। उसे आरोपित से जान का खतरा सताने लगा है। हमलावर जेल में बंद चल रहा है। पीडि़त परिवार को अपने साथ अनहोनी की आशंका होने लगी है।
ये है मामला
चैलारी गांव का रहने वाला रमेश कुमार सूरत में नौकरी करता है। उसकी पच्ी धर्मशीला, बेटी प्रीति और एक बेटे के साथ घर में रह रही थी। गांव के एक पूर्व कोटेदार पर धर्मशीला ने छेड़खानी का आरोप लगाया था। मामला थाने पहुंचा तो पंचायत के बाद मामला रफादफा हो गया। पिछले साल 14 जून को पूर्व कोटेदार धर्मशीला के घर में चहारदीवारी फांदकर घुस गया। गर्मी का समय होने की वजह से धर्मशीला चहारदीवारी के अंदर खुले में अपने बेटे और बेटी के साथ सो रही थी। पूर्व कोटेदार ने हमला किया तो धर्मशीला की आंख खुल गई। तब तक वह लहुलूहान हो चुकी थी। इस बीच बेटी प्रीति की आंख खुल गई। वह मां को बचाने के लिए पूर्व कोटेदार से भिड़ गई। धारदार हथियार से पूर्व कोटेदार ने प्रीति पर हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। शोर मचने पर पूर्व कोटेदार भाग निकला। घटना के पांचवे दिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
स्वरूपरानी मेडिकल अस्पताल में प्रीति का इलाज पचास दिन तक चला। उसके गले के पास धारदार हथियार से ऐसा घाव हुआ कि वह कई बार ऑपरेशन के बाद भी सूखा नहीं। जिसका नतीजा रहा कि पचास दिन तक चले उपचार के बाद प्रीति की मौत हो गई। मामला कोर्ट में चल रहा है। 22 जुलाई को गवाहों को गवाही के लिए पेश होना था, पांच अगस्त को गवाह गए मगर गवाही नहीं हो सकी। अब बीस अगस्त को दोबारा इस मामले की डेट कोर्ट में लगी है।