अपने 11 माह के मासूम बेटे ऋषभ संग सविता देवी घर के पास स्थित कुएं में छलांग लगा दी. बुधवार दोपहर बाद करीब तीन बजे हुई घटना से लोग सन्नाटे में आ गए. बेटे संग उसे कुएं में कूदते हुए देखकर परिवार के लोग व पड़ोसी दौड़ पड़े. बात गांव के अंदर जंगल में आग की तरह फैली. आननफानन में मां व बेटे को लोग कुएं से निकालने में जुट गए. तब घटना की खबर किसी ने पुलिस को दे दी. जानकारी होते ही फोर्स मौके पर पहुंची. जब तक दोनों को कुएं से बाहर निकाला गया मासूम की मौत हो चुकी थी. बालक की बॉडी को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया. जबकि महिला को इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा गया. घटना हंडिया थाना क्षेत्र के जबराडी गांव की है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हंडिया के जबराडी गांव निवासी अवधेश कुमार प्रजापति की शादी सविता देवी (30) के साथ हुई थी। शादी के बाद कई वर्षों तो वह परिवार में वह मिलजुल कर रहती थी। वक्त के साथ सोच में भी चेंज आता गया। धीरे-धीरे परिवार में कलह के अंकुरित बीज वृक्ष बन गए। परिवार की गाड़ी का खर्च उठाने के लिए अवधेश मुंबई में रहकर प्राइवेट काम करता है। बुधवार को दोपहर तक घर में सब कुछ ठीक था। अचानक किसी बात से सविता के सिर पर मौत सवार हो गई। वह बगैर आगा पीछा सोचे अपने 11 साल के बेटे ऋषभ को लेकर कुएं में कूद गई। कुएं के अंदर सिर में गंभीर चोट आने के चलते मासूम ने तड़पकर दम तोड़ दिया। मां को भाई से कुएं में कूदते हुए देखकर बेटी प्रिया (12), श्रेया (10) व आठ साल का अभिषेक चीख पड़ा। तीनों बच्चों का कलेजा मुंह को आ गया और आंखों से आंसू बहने लगे। सन्नाटे में आ गया परिवार
बच्चों की आवाज सुनकर व उसे कुएं में कूदते हुए देखकर परिवार के लोग सन्नाटे में आ गए। पूरे परिवार में चीखपुकार मच गई। आवाज सुनकर पड़ोसी व ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। किसी तरह सभी मां बेटे को कुएं से निकालने की जुगत में लग गए। इस बीच किसी ने घटना की खबर पुलिस को दे दी। जानकारी होते हुए हंडिया थाने के इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे। दोनों को बाहर निकाला गया तो मासूम ऋषभ दम तोड़ चुका था। महिला की कंडीशन खराब थी। यह देखते हुए महिला को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। जबकि मासूम ऋषभ की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।

Posted By: Inextlive