अब तक प्रधान के लिए सबसे अधिक आपत्तियां
नंबर गेम
14 मार्च तक जारी हो जायेगी आरक्षण की फाइनल सूची 1540 जिले भर में प्रधान के लिए पद है। 476 अब तक प्रधान पद के लिए आपत्तियां आ चुकी हैं। 32 जिला पंचायत सदस्य के लिए आई आपत्तियां 29 आपत्तियां बीडीसी के लिए आ चुकी हैं। आज तक ली जाएंगी पंचायत चुनाव से जुड़ी आपत्तियांत्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आपत्तियां लेने का क्रम रविवार को भी जारी रहा। सोमवार तक आपत्तियां ली जाएंगी। उसके बाद आपत्तियां का निस्तारण करते हुए 14 मार्च तक फाइलन आरक्षण सूची जारी कर दिया जाएगा। तीन मार्च को जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के लिए आरक्षण जारी हो चुका है। इसके अगले दिन से आपत्तियां लेने का क्रम शुरू हो गया है। प्रशासन का दावा है कि आरक्षण पारदर्शी तरीके से हुआ है, लेकिन लोग इस पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। इसमें अधिकतर आपत्तियां प्रधान पद के लिए आ रही हैं। जिले भर में प्रधान के लिए 1540 पद है, लेकिन अब तक इस पर 476 आपत्तियां आ चुकी हैं। आपत्ति करने वालों ने आरक्षण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। कहा कि अगर प्रशासन ने पारदर्शी तरीके से आरक्षण किया है तो इसका गणित सार्वजनिक कर दें, उससे सब स्पष्ट हो जाएगा। पंचायती राज विभाग की ओर जिस जनसंख्या के आधार पर आरक्षण किए हैं, उसे सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। फिलहाल आपत्तियों का क्रम जारी है।
आठ मार्च के बाद होगा आपत्तियों का निस्तारण रविवार को छुट्टी होने के बावजूद कार्यालय खोला गया और प्रधान पद की 25 आपत्तियां आई। अब तक सबसे अधिक आपत्तियां प्रधान पद के लिए हैं। उसके बाद जिला पंचायत सदस्य के लिए 32 और बीडीसी के लिए 29 आपत्तियां आ चुकी हैं। आठ मार्च के बाद आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। अनुमानित है ओबीसी की गणना पंचायत चुनाव का आरक्षण 2011 की जनगणना के अनुसार हुआ है। तब एससी की भी जनगणना हुई थी, लेकिन ओबीसी की गणना नहीं हुई थी। पंचायत चुनाव में ओबीसी के रैपिड सर्वे के आधार पर आरक्षण किया गया है। इससे कई गांवों का आरक्षण गड़बड़ाया गया है।