डीएलएड में खाली रहेंगी एक लाख से ज्यादा सीटें
प्रदेश में 02 लाख 42 हजार 200 सीटों पर होना है प्रवेश
अंतिम तिथि तक फाइनल आवेदन आए करीब सवा लाख दो वर्षीय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम डिप्लोमा इन फिजिकल एजूकेशन (डीएलएड) में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों में क्रेज घट गया है। प्रदेश भर में कुल करीब 02 लाख 42 हजार 200 सीटों के लिए मंगलवार को अंतिम तिथि तक महज 01 लाख 25 हजार 303 आवेदन ही आए। इसके लिए 20 जुलाई से आवेदन लिए जा रहे थे। पिछले साल कोरोना महामारी के चलते प्रवेश नहीं लिए गए थे। उसके पहले भी दो साल स्थिति खराब ही रही थी, जिसके कारण सीटें भरी नहीं जा सकी थीं। 10 अगस्त थी आवेदन की लास्ट डेटडीएलएड-2021 में प्रवेश के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने विज्ञापन जारी कर अभ्यíथयों से आनलाइन आवेदन मांगे। अंतिम तिथि 10 अगस्त निर्धारित की गई थी। प्रदेश भर में कुल सीटों के सापेक्ष 01 लाख 16 हजार 303 आवेदन कम आए। ऐसे में अगर जितने आवेदन आए हैं, उन सबको प्रवेश दे दिया जाए तो भी सीटें खाली ही रहेंगी। हालांकि 01 लाख 64 हजार 197 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया, लेकिन सभी ने फाइनली आवेदन नहीं किया। अभ्यर्थियों का प्रवेश जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, सीटीई वाराणसी तथा एनसीटीई से मान्यता के बाद संबद्ध निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थान में किया जाना है। प्रवेश मेरिट के आधार पर किए जाएंगे।
पिछले साल शून्य घोषित था सत्र सीट की अपेक्षा कम आवेदन की स्थिति इसके पहले भी रही है। 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते सत्र शून्य रहा। इसके पहले 2019 के सत्र में 69 हजार 515 सीटें खाली रह गई थीं, जबकि वर्ष 2018 में 76 हजार 929 सीटें रिक्त रह गई थीं। कम आवेदन को लेकर परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय उपाध्याय का मानना है कि इसका प्रमुख कारण कोरोना महामारी के चलते विश्वविद्यालयों का रिजल्ट प्रभावित होना है। इसके साथ ही अभ्यíथयों का झुकाव बीएड की ओर होना भी एक कारण है।