18 हजार से अधिक ने दबाया नोटा का बटन
प्रयागराज (ब्यूरो)। 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 8 और इस बार भी इतनी ही सीट मिली हैं। सपा को एक की जगह चार सीटें मिली और वह प्रयागराज में बढ़त पर है। पिछले चुनाव में 25260 लोगों ने नोटा बटन चुना था। इस बार 18677 वोटर्स ने इस आप्शन को चुनाव किया है। आंकड़ों के मुताबिक इस बार 30 फीसदी नोटा के वोट कम हुए हैं। वर्तमान में जिले में 46.26 लाख वोटर्स हैं। इसमें से 0.4 प्रतिशत ने वोटा का यूज किया है। बारा मे सर्वाधिक 2731 और सबसे कम फाफामऊ में 517 नोटा वोट डाले गए हैं।
2022 विधानसभा चुनाव में पड़े नोटा वोटकोरांव- 2628
बारा- 2731
शहर उत्तरी- 919
मेजा- 1768
शहर पश्चिमी- 1518
करछना- 1891
हंडिया- 1960
प्रतापपुर- 654
फूलपुर- 1548
सोरांव- 1752
फाफामऊ- 517
दक्षिणी- 831
2017 विधानसभा चुनाव में पड़े वोट
कोरांव- 3208
बारा- 2327
शहर उत्तरी- 659
मेजा- 2459
शहर पश्चिमी- 1659
करछना- 2308
हंडिया- 2414
प्रतापपुर- 2916
फूलपुर- 1660
सोरांव- 2460
फाफामऊ- 2571
दक्षिणी- 665
फाफामऊ में जीता विश्वास
पिछली बार चुनाव में फाफामऊ में 2571 लोगों ने वोटा का बटन दबाया था। इस बार यह संख्या घटकर 517 पर आ गई है। इस बार यहां से भाजपा से गुरु प्रसाद मौर्या और सपा से अंसार अहमद मैदान में थे। पिछली बार भाजपा की ओर से स्वामी प्रसाद मौर्य को चुनाव में उतारा गया था। इसी तरह इस बार कोरांव, हंडिया, करछना और शहर पश्चिमी में भी नोटा का बटन दबाने वालों की संख्या ज्यादा रही। बता दें कि जब भी वोटर्स को अपने क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में कोई पसंद नही आता तो वह नोटा का बटन दबाते हैं।
इतना ही नही चुनाव में कुल 2055 वोट रिजेक्ट कर दिए गए। किसी न किसी कमी के चलते यह वोट काउंट नहीं किए गए। कई जगहों पर ईवीएम में दो बटन दबा दिए गए थे या वोट की गिनती नही की गई। सबसे ज्यादा शहर पश्चिमी में 488 वोट रिजेक्ट हुए हैं। मेजा में सबसे कम 46 वोट रिजेक्ट किए गए हैं।