नसबंदी योजना की मानीटरिंग अब सीडीओ कार्यालय में संचालित कंट्रोल रूम से की जाएगी.


प्रयागराज ब्यूरो । यह प्रदेश में पहली बार होने जा रहा है। इस संबंध में आरसीएच नोडल व एसीएमओ डा। सत्येन राय ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सत्येन राय ने बताया कि परिवार नियोजन के प्रति लोगों में काफी जागरूकता बढ़ी है। इसमें परिवार नियोजन के लिए नए-नए साधन को बास्केट ऑफ़ चॉइस में जोड़ा जा रहा है। परिवार नियोजन अपनाने में पुरुष भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। नसबंदी करा कर परिवार को नियोजित करने में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी बहुत सरल हैं। इससे पुरुष का कोई नुकसान भी नहीं होता है। इस प्रकार होगी मानीटरिंग


उन्होंने बताया कि आपरेशन के दो घंटे बाद से ही वह अपने दैनिक कार्यों को पहले की तरह कर सकता हैं। परिवार नियोजन विशेषज्ञ मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि परिवार नियोजन की प्रगति की चाल को गति देने के उद्देश्य से यह पहल की गई है। इसमें अब नसबंदी शिविर से पहले ही सम्बन्धी सीएचसी पर कंट्रोल रूम से कॉल के माध्यम से तैयारी की जानकारी ली जाएगी। शिविर समाप्ति के बाद पुन: कॉल के माध्यम से प्रगति रिपोर्ट को मुख्य विकास अधिकारी के साथ साझा की जाएगी। पिछले वर्षों के आंकड़ेसेवाएं वर्ष 2021-22 वर्ष 2022-23

पुरुष नसबंदी 310 177महिला नसबंदी 15667 10577आईयूसीडी 18775 19105पीपीआईयूसीडी 15403 16740अंतरा इंजेक्शन 14225 27684निरोध (कोंडम) 1135253 1534425माला एन की गोली 130796 208886छाया गोली 41979 70239इमरजेंसी पिल 37311 52637प्रेगनेंसी किट 110174 165973

नसबंदी कार्यक्रम को गति देने के लिए यह तैयारी हो रही है। अब सीडीओ कंट्रोल रूम से योजना की मानीटरिंग होगी। उम्मीद है इसके बाद नसबंदी कार्यक्रम में चार साल से नंबर वन रहने के आगे भी यह उपलब्धि बनी रहेगी।डॉ। आशु पांडेयसीएमओ प्रयागराज

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