मनी ट्रांसफर की डिटेल आई सामने, कार्रवाई हुई तेज
- सीबीआई टीम ने जुटा ली है एक करोड़ रुपये के गबन के मामले में की ऑनलाइन ट्रांजेक्शन डिटेल्स
PRAYAGRAJ: मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) कार्यालय के काíमक विभाग में शुक्रवार को पड़े सीबीआई छापे के बाद एक बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं। करीब एक करोड़ रुपये के गबन के मामले में सीबीआई ने सहायक कार्मिक अधिकारी (एपीओ) लवकुश के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है। सीबीआई ने एक करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की डिटेल भी जुटा ली है। रेलवे के एक करोड़ रुपये कई बार में एकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में आईसीआईसीआई और एसबीआई के एकाउंट का नंबर तक डाला है। जांच में साफ हुआ है कि रेलवे अधिकारी और कर्मचारी ने जालसाजी कर नरेश सिंह, सहायक लोको (एएलपी) के बैंक एकाउंट के विवरण को बदल दिया। सीबीआई उन एकाउंट को भी खंगाल रही है।
विभिन्न धाराओं में है केस दर्जऑनलाइन ट्रांजेक्शन के एविडेंस मिलने और एकाउंट की जानकारी हासिल हो जाने की वजह से सीबीआई ने इस मामले में आपराधिक धाराओं के अलावा आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 66 सी के तहत भी केस दर्ज किया है। ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर होने की वजह से सीबीआई को रेलवे अफसर और कर्मचारी के खिलाफ अहम एविडेंस मिल रहे हैं। रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही सीबीआई ने साफ कर दिया कि लवकुश सहायक व्यक्तिगत अधिकारी (एपीओ) ने जालसाजी के लिए नरेश सिंह, सहायक लोको पायलट (एएलपी) के आईसीआईसीआई एकाउंट के खाते का इस्तेमाल करते हुए लाखों की रकम भेजी। इसी मामले में मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) कार्यालय और रेलवे अफसर के घर सीबीआई ने छापामारी कर तमाम दस्तावेज, पेन ड्राइव, मोबाइल फोन और रेलवे पे-बिल को कब्जे में लिया है।