सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इसमें एनडीआरएफ व सिविल डिफेंस की ओर से वास्तविक दुर्घटना के समान ही दृश्य बनाकर ड्रिल किया गया. यहां ट्रेन में आग लगने कि ट्रेन दुर्घटना के दौरान पैसेंजर्स की बचाव प्रक्रिया पर मॉक ड्रिल किया गया. इस अभ्यास के लिये एक स्थल को चुन कर उसे दुर्घटना स्थल के रुप में विकसित किया. इस अभ्यास के क्रम में एक काल्पनिक गाड़ी संख्या 08241 प्रयागराज-नई दिल्ली स्पेशल के दो डिब्बे दुर्घटनाग्रस्त हुए जिसमें एक डिब्बे के अवपथन और दूसरे डिब्बे में आग लगने कि वास्तविक दुर्घटना के समान दृश्य बनाया गया.


प्रयागराज (ब्यूरो)। इस दौरान रेल प्रशासन एवं एनडीआरएफ की टीम द्वारा मिलकर बोगी में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सभी उपकरणों को समुचित स्थान पर ले जाकर रखने एवं समुचित व्यवस्था को बनाकर सबसे पहले डिब्बे की खिड़कियों को काटकर फंसे हुए पैसेंजर्स को निकालने का प्रयास किया जाता है। इस दौरान रेलवे द्वारा कोल्ड कटर जैसी तकनीक का भी प्रयोग किया जाता है। उसके बाद दुर्घटना के दौरान दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे का डोर न खुल पाने की स्थिति में डोर के ऊपर छत के हिस्से को काटकर उसमें से पैसेंजर्स को निकालने का भी अभ्यास किया गया। इस दौरान उप मुख्य संरक्षा अधिकारी मनीषा गोयल, प्रयागराज मंडल से अपर मंडल रेल प्रबंधक अतुल गुप्ता, सहायक मंडल सुरक्षा अधिकारी सीरत फातिमा सहित सभी संबंधित विभागों के शाखा अधिकारी समेत प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive