बिजली चोरी पर एमएलसी एक्सईएन आमने-सामने
प्रयागराज (ब्यूरो)। शुक्रवार को तो टैगोर टाउन स्थित एक्सईएन ऑफिस में बवाल हो गया। आरोप लगा है कि भाजपा एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी और उनके साथियों ने कार्यालय के भीतर घुसकर उनके साथ हाथापाई की और घसीटते हुए बाहर तक ले गये। इसके विरोध में बिजली कर्मचारियों ने धरना दिया और चेतावनी दी कि एमएलसी के दबाव में रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई नहीं की गयी तो वह काम ठप कर देंगे। उधर, भाजपा एमएलसी ने वीडियो जारी करके अपना पक्ष रखा है। उनकी तरफ से भी रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर थाने में दी गयी है। इसमें बिजली विभाग की टीम पर घूस मांगने जैसा संगीन आरोप भी लगाया गया है।
सूचना के बाद पहुंच गई पुलिस
घटना की जानकारी और कर्मचारियों की भारी भीड़ जुटने की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बाद में एक्सईएन ने जार्जटाउन थाने में जाकर एमएलसी और उनके साथियों के खिलाफ तहरीर दी। देर शाम एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने आरोपों को गलत बताते हुए खुद के साथ अभद्रता का आरोप लगाते हुए एक्सईएन के खिलाफ थाने में शिकायत पत्र दिया है। बिजली कर्मचारियों का आरोप है कि पुलिस एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। कर्मचारियों ने मन बनाया है कि अगर सुरेंद्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है। तो शनिवार को कार्य से विरत रहेंगे। कर्मचारियों का कहना है कि यह अभियान शासन के निर्देशन पर चलाया जा रहा है। सरकार के लोग ही इस तरह की हरकत करेंगे तो हम अभियान कैसे चला पाएंगे।
बिजली चोरी के आरोपी को साथ लेकर पहुंचे थे एमएलसी
एक्सईएन मनोज अग्रवाल का कहना है कि गुरुवार को वह मेंहदौरी इलाके में प्रवर्तन दल के साथ मीटरों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान एक घर में बिजली चोरी पकड़ी गई। कार्रवाई चल ही रही थी कि एमएलसी सुरेंद्र चौधरी का फोन आया। उन्होंने वहां से चले जाने की बात कही। इंकार करने पर उन्होंने फोन पर ही धमकी दी। उनका कहना है कि शुक्रवार को दिन में करीब तीन बजे वह टैगोर टाउन स्थित अपने कार्यालय में बैठे थे। उसी समय एमएलसी सुरेंद्र चौधरी अपने 15-20 समर्थकों के साथ असलहा लेकर दाखिल हुए। मेज पर रखी फाइलों को फेंकते हुए मोबाइल छीन लिया। उनके साथियों ने उनको पकड़ लिया और घसीटते हुए बाहर की तरफ लाने लगे। इस दौरान उनको पीटा भी गया। कर्मचारियों ने बीच-बचाव की कोशिश की तो धक्का देकर उनको हटा दिया गया। महिला कर्मचारी मुख्य गेट पर खड़ी हो गईं, तब जाकर उनको छोड़ा गया। मनोज अग्रवाल का कहना है कि उस समय वह व्यक्ति भी एमएलसी के साथ मौजूद था, जिसके यहां बिजली चोरी पकड़ी गई थी।
मामला थाने तक पहुंचने के बाद भाजपा एमएलसी सुरेंद्र सिंह चौधरी ने एक वीडियो जारी करके अपना पक्ष रखा। उनका कहना था कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह बेबुनियाद हैं। जनप्रतिनिधि होने के कारण मैंने अधिशासी अभियंता को छह-सात बार फोन लगाया। उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इसकी शिकायत करने वह अधिशासी अभियंता के कार्यालय पहुंच गये। अधिशासी अभियंता के सामने ही एक्सईएन को फोन लगाया। इस बार भी कॉल रिसीव नहीं की गयी। इसके बाद अपना परिचय देते हुए उनसे फोन न उठाने का कारण पूछा तो जवाब मिला कि नंबर सेव नहीं है इसलिए नहीं उठा। एमएलसी का आरोप है कि इसके बाद एक्सईएन जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहने लगे कि बहुत विधायक देखा हूं। एमएलसी का कहना है कि जिस व्यक्ति के यहां बिजली चोरी पकडऩे की बात कही जा रही है, उसके खिलाफ अभी तक एफआइआर तक नहीं की गई है। उससे 50 हजार रुपये मांगे गये थे।
दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर मिली है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। एक्सईएन ने ऑफिस में घुसकर मारपीट का आरोप लगाया है। सीसीटीवी फुटेज भी चेक किया जा रहा है।
बृजेश सिंह, एसओ जार्जटाउन
शुक्रवार को बिजली चेकिंग अभियान के दौरान चोरी पकड़ में आने पर 73 लोगों पर बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया। बकाये पर 41 घरों की लाइन काटी गई। कार्रवाई से कल्याणी देवी उपकेंद्र अंतर्गत, कसारी-मसारी क्षेत्र में हड़कंप रहा। कसारी-मसारी एसडीओ अमरदीप सागर ने बताया कि भोर में अभियान के दौरान 67 घरों में बिजली चोरी पकड़ी गयी है। इसकी वीडियोग्राफी कराई गई है। एसडीओ अतुल गौतम ने बताया कि बिजली चोरी करते छह लोग पकड़े गए। जिनके विरुद्ध बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया। तीन लाख रुपये जुर्माना वसूल किया गया।