कुरआन की आयतें सुनाने पर बच्चों को मिले तोहफे
प्रयागराज ब्यूरो । मस्जिद काजी साहब बख्शी बाजार में कम उम्र के बच्चे व बच्चियों के मसाबका ए हिफ्ज़ ए सूराह ए हम्द, सूराह ए नास, सूराह ए फलक, सूराह ए इखलास, सूराह ए नस्र ,सूराह ए काफेरुन, सुराह ए कौसर, सुराह ए माऊन, सूराह ए क़ुरैश, सुराह ए फेल, सुराह ए हमजा, सुराह ए अस्र, सुराह ए तकासर, सुराह ए इन्नाअनज़लना का एक माह तक मदरसा इबादत खाना करैली व मस्जिद काजी साहब बख्शी बाजार में ओलमा की रहनूमाई में लगभग तीन दौर का मुक़ाबला रखा गया था। दो दर्जन से अधिक पांच वर्ष से दस वर्ष तक के बच्चे व बच्चियों ने भाग लिया। 11 पहुंचे सेमीफाइनल तक
सेमीफाइनल मुकाबले में 11 बच्चे चुने गए। उनमें फाइनल मुकाबला हुआ। जिनको जज करने के लिए मौलानागण जव्वादुल हैदर रिज़वी, मोहम्मद ताहिर, अली अब्बास, जीशान हैदर, जरगाम हैदर मौजूद रहे। मौलाना ताहिर ने क़ुरआन की आयतों को बीच से तोड़कर पूछा तो बच्चे उसे भी सुनाते हुए सबको आश्चर्य में डाल दिया। रहमतनगर करैली के मिसबाह हैदर पुत्र औसाफ हैदर प्रथम, जेके आशियाना के मोहम्मद कुमैल पुत्र अली दावर द्वितीय व रहमतनगर करैली की आमना ज़हरा पुत्री मौलाना मोहम्मद ताहिर को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सर्टिफिकेट, मेडल, दीनी तालीम की किताबें टिफिन बॉक्स, वाटर कूलर चॉकलेट, कोल्डड्रिंक और तरह-तरह के तोहफों से सम्मानित किया गया। मस्जिद काजी साहब के मुतावल्ली शाहरुख काजी व राहिल दुबई द्वारा प्रथम द्वितीय व तृतीय आए बच्चों को अलग से प्रोत्साहित करने को इनामों एकराम से नवाजा गया। इस मौके पर ज़ुल्फिकार हैदर, फरमान रजा, इनाम नकवी, अमन जायसी, सैय्यद मोहम्मद अस्करी, जामिन हसन आदि शामिल रहे।