मंत्री जी एक बार एसआरएन व काल्विन भी घूम लीजिए!
प्रयागराज ब्यूरो । सूबे के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सोमवार सुबह अचानक तेज बहादुर सप्रू (बेली) अस्पताल पहुंचे। यहां वार्ड से लेकर ऑफिस तक में गंदगी देखकर डिप्टी सीएम ने जिम्मेदार अफसरों को फटकार लगाई। इस दौरान उन्होंने खोज-खोजकर धूल व मिट्टी दिखाई। उसके बाद कुछ जगहों पर उन्होंने ने खुद से धूल की सफाई भी की। इसके बाद दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम ने अन्य अस्पतालों का भी रियलिटी चेक किया। यहां भी बेली जैसा हाल मिला। भर्ती वार्ड के बगल बने नर्सिंग व स्टाफ रूम में गंदगी मिली। रिकॉर्ड रूम के अंदर भी अलमारी के ऊपर धूल जमा हुआ था। रिपोर्टर द्वारा साफ-सफाई के बारे में पूछने पर स्टाफ ने बताया कि सरकारी अस्पताल है। गंदगी तो रहेगी ही। यह बात सब जानते हैं। बता दें इससे पहले भी डिप्टी सीएम प्रयागराज आए हैं लेकिन वह सिर्फ बेली का ही निरीक्षण कर लौट गए। यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
सफाई कर्मी की कमी आई सामने
सबसे पहले डिप्टी सीएम ट्रामा के जनरल वार्ड पहुंचे। यहां भर्ती मरीजों से पूछा कि आपको समय पर इलाज मिल रहा है। कहीं कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है। मरीजों से पॉजिटिव जवाब मिलने के बाद वो सीधे इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन काउंटर कक्ष में पहुंच गए। वहां बैठे कर्मचारी के पास गंदगी दिखी तो वह नाराज हो गए। अलमारी के ऊपर रखे सामान को खुद ही उठाकर कर्मचारी से सवाल किया कि यहां इसकी आवश्यकता क्या है? टेबल और अलमारी पर उंगली रखकर चेक किया तो उंगली में धूल मिट्टी लग गई। इस पर उन्होंने कहा, यह सफाई की जिम्मेदार क्या हमारी है? टॉयलेट भी डर्टी मिला। पान खाकर किसी व्यक्ति ने थूक रखा था। इसपर एक स्टाफ ने कहा, कुछ स्टाफ की कमी है। जिसके चलते हर थोड़ी देर में सफाई नहीं हो पा रही है। उसके बाद रिपोर्टर दोपहर करीब दो बजे एसआरएन जा पहुंचा। यहां पर ज्यादातर वार्ड के पास बने नर्सिंग व स्टाफ रूम में गंदगी मिली। जनरल वार्ड के अंदर बने टॉयलेट भी बहुत ज्यादा डर्टी था। घुसते ही बदबू आ रही थी। दो मिनट से ज्यादा खड़े होने पर चक्कर खाकर गिरने वाली स्थिति उत्पन्न हो रही थी।
पान-गुटखा खाकर टेबल पर थूक रहे स्टाफ
दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के रियलिटी चेक के दौरान एसआरएन के बाद काल्विन का हाल भी कुछ ठीक नहीं मिला। यहां रिसेप्शन काउंटर के बगल खिड़की पर स्टाफ पान-गुटखा खाकर थूकते मिले। स्टाफ रैपर तक अपनी कुर्सी के बगल में फेंकते दिखाई पड़े। टेबल पर धूल की परत तक जमी हुई मिली। बस फ्लोर पर बराबर पोछा लग रहा था। लेकिन टेबल-कुर्सी अलमारी पर कपड़ा मारने वाला कोई नहीं था। वार्ड के अंदर बने टॉयलेट का फ्लैश तक काम नहीं कर रहा था।
एसआरएन के सर्जिकल वार्ड के बाहर गंदगी का अंबार मिला। यहां स्टाफ पानी की बोतल व चाय पीकर प्लास्टिक व कागज का कप तक रूम के बाहर फेंक दे रहे है। जबकि डस्टबिन तक रखा गया है। उसके बाद यह आलम है। गंदे पट्टी का टुकड़ा तक बाहर व अंदर फेंक दे रहे है। टाइमिंग पूछते नजर आए डिप्टी सीएम
बेली के ट्रामा सेंटर फार्मासिस्ट रूम में ताला लगा था। उन्होंने तत्काल रूम खोलने को कहा। पूछा कि फार्मासिस्ट कहां है? वहां मौजूद फार्मासिस्ट सुरेंद्र दूर खड़े थे, डिप्टी सीएम ने कहा, नजदीक आओ और बताओं कि इसमें ताला क्यों बंद है? कितने बजे अस्पातल पहुंचते हो। फार्मासिस्ट संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, इसपर उन्होंने फार्मासिस्ट व जिम्मेदार अधिकारी को फटकार लगाई और सुधार लाने की चेतावनी दी।