क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर लाखों की ठगी
प्रयागराज (ब्यूरो)। पीडि़त प्रमोद जैन शहर के कैंट एरिया स्थित अल्कापुरी कॉलोनी होङ्क्षस्टग रोड के रहने वाले हैं। उन्होंने साइबर थाने में बताया कि चार जुलाई को मोबाइल पर कॉल आई थी। कॉल करने वाला शख्स खुद का नाम राकेश स्वयं को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया था। क्राइम ब्रांच का अधिकारी बोल रहा यह सुनकर प्रमोद उसकी बातों को सीरियस मान बैठा। खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बना रहा फ्राड धमकी दिया कि उसके पास कुछ आपत्तिजनक वीडियो है। वीडियो के आधार पर वह उसे फर्जी मुकदमें में फंसा सकता देगा। जब वह कहा कि जब वीडियो में मैं हूं ही नहीं तो क्यों फंसाएंगे। इस पर वह गाली गुप्ता देने लगा। इससे प्रमोद भयभीत हो गया। उसके इसी डर का फायदा शातिरों द्वारा उठा गया और राकेश के द्वारा किसी राहुल शर्मा का मोबाइल उसे देते हुए वाट््सएप काङ्क्षलग करने को कहा गया। प्रमोद ने कहा कि जब वह उस नंबर पर कॉल किया तो उसने भी खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए कहा एक अकाउंट नंबर दिया जो किसी विक्रम मीना के नाम का था। कहा कि जेल जाने से बचना चाहते हो तो 1.42 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर कर दो ट्रांसफर कर दो। कहा कि रुपये देने के बाद फिर राकेश फोन किया और धमकी देते हुए तीन बार में सात लाख रुपये अलग-अलग बैंक खाते में मंगा लिया। जेल जाने के डर और परिवार की चिंता में वह सात लाख रुपये दे दिया। इस पर दो लाख रुपये की और डिमांड की गई। अब प्रमोद के पास पैसे बचे नहीं थे लिहाजा वह मजबूरी बताते हुए इंकार कर दिया। इस पर शातिर उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। प्रमोद द्वारा नौ जुलाई को साइबर थाने में शिकायत की गई। तहरीर के आधार पर राकेश अस्थाना, राहुल शर्मा, विक्रम मीना, अरुण, अजय, नूतन भारत और सुमित नेगी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
प्राप्त तहरीर के आधार पर केस दर्ज करके प्रकरण की जांच की जा रही है। पड़ताल पूरी होने के बाद ही मामले की हकीकत व आरोपितों का पता चल सकेगा। तहरीर में आरोपितों का एड्रेस नहीं दिया गया है।राजीव तिवारी, साइबर थाना प्रभारी