प्राइवेट अस्पताल कर रहे कोरोना पेशेंट्स के साथ खिलवाड़
बिना जांच तीन दिन करते रहे कोरोना लक्षण वाले मरीज का इलाज
प्राइवेट हॉस्पिटल्स बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्क नही हैं। उनकी लापरवाही दूसरे मरीजों पर भारी पड़ सकती है। ऐसा ही एक मामला शनिवार को सामने आया, जब स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने शिखा हॉस्पिटल पहुंची। जांच में पता चला कि एसआरएन हॉस्पिटल में राजेंद्र गौड़ नामक एक मरीज को भर्ती कराया गया था। इसके पहले उसे 27 से 31 मार्च के बीच शिखा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर मरीज को एक अप्रैल को एसआरएन हॉस्पिटल में रेफर किया गया। बीएचटी में सामने आई हकीकतटीम ने शिखा हॉस्पिटल में निरीक्षण के दौरान राजेंद्र की बीएचटी का अवलोकन किया। जिसमें पता चला कि बिना कोविड की जांच कराए उन्हें तीन दिन तक भर्ती रखा गया था। इस पर टीम ने हॉस्पिटल मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके बाद टीम ने जहांगीर हॉस्पिटल व हयात हॉस्पिटल नैनी का निरीक्षण किया। दोनों हॉस्पिटल में कोविड हेल्प डेस्क, आईपीसी, फ्लू कार्नर, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन नहीं होते पाए जाने पर नोटिस जारी की गई। टीम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज पांडेय और ओपी शर्मा शामिल रहे। सीएमओ डॉ। प्रभाकर राय ने बताया कि सभी निजी हॉस्पिटल और जांच केंद्रों को अपने यहां कोविड हेल्प डेस्क सहित कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराए जाने के आदेश दिए गए हैं।