शराब माफिया धीरेंद्र पटेल को कई महीने बाद गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है. हंडिया में जहरीली शराब से 09 लोगों की मौत के बाद उसका नाम सामने आया था. करीब नौ महीने पूर्व हुई इस घटना के बाद वह भागा-भागा फिर रहा था. पुलिस द्वारा इस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था. सैदाबाद के पास से एसओजी टीम द्वारा पकड़े गए शराब माफिया से और लोगों के नाम प्रकाश में आने की उम्मीद है. पकड़े गए शख्स के खिलाफ विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. इसके खिलाफ पुलिस गैंगेस्टर तक की कार्रवाई कर चुकी है.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गिरफ्तार किया शराब माफिया धीरेंद्र पटेल सरायममरेज थाना क्षेत्र के चकहौदा गांव का निवासी है। पुलिस के मुताबिक हंडिया के ङ्क्षबदा गांव जहरीली शराब पीने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। मार्च महीने में हुई इस घटना से हड़कंप मच गया था। छानबीन में जुटी पुलिस को गांव के ही मन्नेलाल भारतीया द्वारा धीरेंद्र पटेल के विरुद्ध तहरीर दी गई थी। तहरीर के आधार पर धीरेंद्र के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट दर्ज की तो वह भाग निकला। जबकि उसके गैंग के कई गुर्गे उसी वक्त गिरफ्तार कर लिए गए थे। सरगना धीरेंद्र की तलाश में जुटी पुलिस कई जनपदों में जा पहुंची। मगर, वह पुलिस को चकमा देता रहा। यह सब देखते हुए पुलिस अधिकारी उसके ऊपर दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिए। इसके बाद भी वह पुलिस की पकड़ से दूर रहा। इसके बाद उस पर इनाम की राशि बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दी गई थी। सैदाबाद होकर माफिया धीरेंद्र पटेल कहीं जाने वाला था। कहते हैं कि इस बात की सटी खबर एसओजी गंगापार प्रभारी मनोज ङ्क्षसह को मिल गई। जानकारी मिलते ही एक्टिव हुई टीम उसे सैदाबाद के पास से दबोच ली। गिरफ्तारी के बाद उसे हंडिया थाने लाया गया और पूछताछ की गई। पुलिस की मानें तो उसने कबूल किया है कि गैंग के कई गुर्गे पहले ही पकड़े जा चुके हैं। वह मिलावटी शराब की तस्करी किया करता था।

गिरफ्तार किया गया शराब माफिया पर विभिन्न थानों में करीब 14 मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा केस सरायममरेज थाने में हैं। पूछताछ में पुलिस को इससे जुड़ी कुछ और बातें मालूम चली हैं। जिस पर काम किया जा रहा है।सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी डीआईजी/एसएसपी

Posted By: Inextlive